रायपुर: स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव का नाम आधिकारिक बयान देने वाले मंत्रियों में शामिल नहीं है, जिसे लेकर बुधवार को प्रदेश की सियासत गरमाई रही. गुरुवार को भी बयानबाजी जारी है. पूर्व कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के ढाई-ढाई साल मुख्यमंत्री वाले बयान पर सीएम भूपेश बघेल ने जवाब दिया है. बघेल ने कहा कि 'उन लोगों के पास कोई काम नहीं रह गया है. उनके पास कोई मुद्दे भी नहीं हैं, इसलिए वे इस तरह की बातें कह रहे हैं'.
भूपेश बघेल ने कहा कि जिस दिन से मंत्रिमंडल बना है, तब से सभी जानते हैं कि लगातार रविंद्र चौबे और मोहम्मद अकबर ही मीडिया के सामने आकर बयान देते रहे हैं. कुछ मीडिया के लोगों ने भी बीच में मुलाकात के दौरान प्रस्ताव रखा था कि सरकार की ओर से कोई अधिकृत प्रवक्ता नियुक्त किया जाए, जिसके बाद मंत्री रविंद्र चौबे और मंत्री मोहम्मद अकबर की नियुक्ति के नोटिफिकेशन जारी किए गए हैं.
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'असफलताओं छिपाने के लिए प्रवक्ताओं की नियुक्ति'
बृजमोहन अग्रवाल ने ETV भारत से खास बातचीत के दौरान कहा था कि वे बहुत दिनों से लगातार कह रहे हैं कि सरकार के अंदर कुछ ठीक नहीं चल रहा है. घोषणापत्रों में किए गए सारे वादों को पूरा करना सरकार और मंत्रियों की सामूहिक जिम्मेदारी होती है. सरकार ने अपनी असफलताओं के कारण बाकी मंत्रियों की जुबान बंद करने के लिए प्रवक्ताओं की नियुक्ति की है.
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'मंत्रियों की जुबान बंद करने की कोशिश कर रही सरकार'
बता दें कि जब बृजमोहन अग्रवाल से सरकार के ढाई-ढाई साल के फार्मूले पर सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से ढाई-ढाई साल के मामले को लेकर ही इस तरह का कदम उठाया गया है, क्योंकि ढाई साल नजदीक आ रहा है. टीएस बाबा भी इसी के मद्देनजर आए दिन बयान दे रहे हैं. प्रवक्ताओं की नियुक्ति कर बाकी के मंत्रियों की भी जुबान बंद करने की सरकार कोशिश कर रही है.