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सिंहदेव और भूपेश थे जिगरी यार, सत्ता और सियासत ने डाली 'दरार' ! - raipur news

छत्तीसगढ़ की सियासत में भूपेश और सिंहदेव की जोड़ी को राम-लक्ष्मण की संज्ञा दी जाती थी, लेकिन जब से पार्टी सत्ता में आई तब से दोनों के बीच दूरियां बढ़ती नजर आ रही है. दोनों को एक मंच पर दिखे अरसा बीत गया तो वहीं सरकारी विज्ञापनों के होर्डिंग्स ने चर्चाओं का बाजार गर्म कर दिया है

सीएम भूपेश बघेल और टीएस सिंहदेव
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Published : Oct 20, 2019, 5:47 PM IST

रायपुर : विधानसभा चुनाव के नतीजे ने कांग्रेस का वनवास खत्म कर सत्ता में वापसी तो जरूर करा दी, लेकिन इसके बाद भी दो दिग्गजों के बीच कुर्सी को लेकर चुनावी जंग बची थी, जिसे पार्टी को ही तय करना था. एक तरफ थे टीएस सिंहदेव जिनका हंसमुख चेहरा और सौम्य व्यवहार था, तो दूसरी तरफ भूपेश बघेल, जिनकी कड़ी मेहनत और पसीने का सवाल था. हाईकमान ने भूपेश के सिर सीएम का ताज पहना दिया, लेकिन इसके बाद से भूपेश बघेल और सिंहदेव के संबंधों में खटास आना शुरू हो गई. हालात ऐसे हैं कि अर्से से दोनों नेताओं को एक साथ मंच साझा करते नहीं देखा गया. यहां तक सरकारी विभागों के विज्ञापनों में भी दोनों में से एक चेहरा गायब रहता है. ईटीवी भारत ने सीधे स्वास्थ्य मंत्री से सवाल किया तो उन्होंने अपने जाने पहचाने अंदाज में बड़ी सहजता से अपनी बात रखी और ये भी जता दिया कि सबकुछ ठीक नहीं है.

सिंहदेव और भूपेश थे जिगरी यार, सत्ता और सियासत ने डाली 'दरार' !

सीएम भूपेश बघेल की तस्वीर नदारद
बता दें कि टीएस सिंहदेव के पास स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय जैसा अहम विभाग है. इस विभाग में मुख्यमंत्री स्वास्थ्य कल्याण योजना समेत कई कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही है, लेकिन इन योजनाओं के प्रचार के लिए राज्य सरकार के ही विज्ञापन में लगाए गए होर्डिंग्स में सीएम भूपेश बघेल की तस्वीर ही नदारद है.

'एक विज्ञापन में दो चेहरे नहीं'
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि, 'लगातार लोग कह रहे थे कि बहुत सारे लोगों के चेहरे दिख रहे हैं तो ये बात आ रही थी कि ये मंत्री गायब हैं, काम नहीं करता है क्या ! इसके साथ ही वे कहते हैं कि एक विज्ञापन में दो चेहरे नहीं हो सकते थे, इसलिए एक विज्ञापन में एक और दूसरे में दूसरे का चेहरा लग रहा है. इसके साथ टीएस बाबा ये जरूर कहते दिखे कि मुझे व्यक्तिगत तौर पर परहेज है कि मेरा चेहरा न दिखे, लेकिन कभी-कभी दुनिया के साथ चलना पड़ता है'.

'कांग्रेस में वन मैन शो चलता है'
राज्य सरकार के दो दिग्गजों के बीच के मनमुटाव पर भाजपा ने भी तंज कसने में देर नहीं की. इस कसमकश को भाजपा ने कांग्रेस का चरित्र बता दिया. बीजेपी प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव ने कहा कि, 'वहां वन मैन शो चलता है. वही हालात यहां अब दिखने लगे हैं. सीएम के चयन के समय से चल रहा विवाद अब तो होर्डिंग्स वार के रूप में तब्दील हो गया है. एक मंत्री अपने मुखिया को साथ लेकर नहीं चल रहा है'.

अब तक सियासी गलियारों में ही मुखिया भूपेश बघेल और उनके मंत्री के बीच अनबन की बातें सामने आ रही थीं, लेकिन विभागीय विज्ञापनों में ही मुखिया के तस्वीरों को जगह न देना, खुलकर इस बात की पुष्टि करता है कि दोनों के बीच मतभेद बढ़ते जा रहे हैं. अब देखना है कि पार्टी का शीर्ष नेतृत्व क्या इस तरफ ध्यान देता है.

रायपुर : विधानसभा चुनाव के नतीजे ने कांग्रेस का वनवास खत्म कर सत्ता में वापसी तो जरूर करा दी, लेकिन इसके बाद भी दो दिग्गजों के बीच कुर्सी को लेकर चुनावी जंग बची थी, जिसे पार्टी को ही तय करना था. एक तरफ थे टीएस सिंहदेव जिनका हंसमुख चेहरा और सौम्य व्यवहार था, तो दूसरी तरफ भूपेश बघेल, जिनकी कड़ी मेहनत और पसीने का सवाल था. हाईकमान ने भूपेश के सिर सीएम का ताज पहना दिया, लेकिन इसके बाद से भूपेश बघेल और सिंहदेव के संबंधों में खटास आना शुरू हो गई. हालात ऐसे हैं कि अर्से से दोनों नेताओं को एक साथ मंच साझा करते नहीं देखा गया. यहां तक सरकारी विभागों के विज्ञापनों में भी दोनों में से एक चेहरा गायब रहता है. ईटीवी भारत ने सीधे स्वास्थ्य मंत्री से सवाल किया तो उन्होंने अपने जाने पहचाने अंदाज में बड़ी सहजता से अपनी बात रखी और ये भी जता दिया कि सबकुछ ठीक नहीं है.

सिंहदेव और भूपेश थे जिगरी यार, सत्ता और सियासत ने डाली 'दरार' !

सीएम भूपेश बघेल की तस्वीर नदारद
बता दें कि टीएस सिंहदेव के पास स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय जैसा अहम विभाग है. इस विभाग में मुख्यमंत्री स्वास्थ्य कल्याण योजना समेत कई कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही है, लेकिन इन योजनाओं के प्रचार के लिए राज्य सरकार के ही विज्ञापन में लगाए गए होर्डिंग्स में सीएम भूपेश बघेल की तस्वीर ही नदारद है.

'एक विज्ञापन में दो चेहरे नहीं'
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि, 'लगातार लोग कह रहे थे कि बहुत सारे लोगों के चेहरे दिख रहे हैं तो ये बात आ रही थी कि ये मंत्री गायब हैं, काम नहीं करता है क्या ! इसके साथ ही वे कहते हैं कि एक विज्ञापन में दो चेहरे नहीं हो सकते थे, इसलिए एक विज्ञापन में एक और दूसरे में दूसरे का चेहरा लग रहा है. इसके साथ टीएस बाबा ये जरूर कहते दिखे कि मुझे व्यक्तिगत तौर पर परहेज है कि मेरा चेहरा न दिखे, लेकिन कभी-कभी दुनिया के साथ चलना पड़ता है'.

'कांग्रेस में वन मैन शो चलता है'
राज्य सरकार के दो दिग्गजों के बीच के मनमुटाव पर भाजपा ने भी तंज कसने में देर नहीं की. इस कसमकश को भाजपा ने कांग्रेस का चरित्र बता दिया. बीजेपी प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव ने कहा कि, 'वहां वन मैन शो चलता है. वही हालात यहां अब दिखने लगे हैं. सीएम के चयन के समय से चल रहा विवाद अब तो होर्डिंग्स वार के रूप में तब्दील हो गया है. एक मंत्री अपने मुखिया को साथ लेकर नहीं चल रहा है'.

अब तक सियासी गलियारों में ही मुखिया भूपेश बघेल और उनके मंत्री के बीच अनबन की बातें सामने आ रही थीं, लेकिन विभागीय विज्ञापनों में ही मुखिया के तस्वीरों को जगह न देना, खुलकर इस बात की पुष्टि करता है कि दोनों के बीच मतभेद बढ़ते जा रहे हैं. अब देखना है कि पार्टी का शीर्ष नेतृत्व क्या इस तरफ ध्यान देता है.

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( खबर की फिड लाइव यू से भेजी गई है, टीएस बाबा की बाईट प्रिया के मोजो से गया है)


रायपुर। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सत्ता सरकार को बने एक साल भी पूरे नही हुए है और विवादों को लेकर अभी से सुर्खियों में आ रही है। मुख्यमंत्री चयन के समय से ही सरकार के मुखिया यानी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और नम्बर दो के कैबिनेट मंत्री टीएस सिंहदेव के बीच अब सब कुछ पहले जैसा नही है। बात की जाए इन दोनों के बीच मतभेद की तो दोनों नेता बीते 2 महीनों से एक साथ राजनीतिक मंचो में एक साथ नजर नही आए है और अब राज्य सरकार के विज्ञापनों में भी मुख्यमंत्री के नाम से ही चल रही योजनाओं में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की तस्वीर गायब दिख रही है।
Body:
वीओ

छत्तीसगढ़ में इन दिनों राजनीतिक गलियारों के विवाद अब सार्वजनिक तौर पर दिखने लगे है। राजनीतिक व सार्वजनिक मंचो में एक साथ कम ही नजर आने वाले मुख्यमंत्री और उनके केबिनेट मंत्री टीएस सिंहदेव के बीच के मतभेद अब होर्डिंग वार के रूप में तब्दील हो गए है।
टीएस सिंहदेव के पास स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय जैसा अहम विभाग है। इस विभाग में मुख्यमंत्री स्वास्थ्य कल्याण योजना समेत कई कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही है। लेकिन इन योजनाओं के प्रचार के लिए राज्य सरकार के ही विज्ञापन में लगाए गए होर्डिंग्स में सीएम भूपेश बघेल की तस्वीर ही नदारद है।

वॉक थ्रू मयंक ठाकुर

वीओ
इस मामले को लेकर ईटीवी भारत ने स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री टीएस सिंहदेव से बात की तो उन्होंने अपने अंदाज में कई बातें कही। वे कहते है कि लगातार लोग कह रहे थे कि बहुत सारे लोगो के चेहरे दिख रहे है तो ये बात आ रही थी कि ये मंत्री गायब है, काम नही करता है क्या..! इसके साथ ही वे कहते है कि एके विज्ञापन में दो चेहरे नही हो सकते थे इसलिए एक विज्ञापन में एक और दूसरे में दूसरे का चेहरा लग रहा है। इसके साथ टीएस बाबा ये जरूर कहते दिखे कि मुझे व्यक्तिगत तौर पर परहेज है कि मेरा चेहरा ना दिखे। लेकिन कभी कभी दुनिया के साथ चलना पड़ता है।

बाईट- टीएस सिंहदेव, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री

Vo 2
राज्य सरकार के मुखिया और मंत्री टीएस सिंहदेव के बीच चल रहे मतभेदों को लेकर विपक्ष में बैठी भाजपा ने चुटकी ली है। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव ने कहा है कि कांग्रेस का ये चरित्र रहा है कि वहाँ वन मेन शो चलता है। वही हालात यहां अब दिखने लगे है। सीएम के चयन के समय से चल रहा विवाद अब तो होर्डिंग्स वार के रूप में तब्दील हो गया है। एक मंत्री अपने मुखिया को साथ लेकर नही चल रहा है।

बाईट संजय श्रीवास्तव, प्रदेश प्रवक्ता भाजपा

Conclusion:फाइनल वीओ

ऐसे हालात में अब तक सियासी गलियारों में ही मुखिया भूपेश बघेल और उनके मंत्री के बीच अनबन की बाते आ रही थी लेकिन विभागीय विज्ञापनों में ही मुखिया के तस्वीरों को ना देना कही ना कहि खुलकर इस बात की पुष्टि करता है।

मयंक ठाकुर, ईटीवी भारत, रायपुर
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