Navratri vrat 2022 : नवरात्रि के अवसर पर भक्त नौ दिन माता की आराधना करते हैं. इन नौ दिनों में भक्त उपवास (Best Navratri vrat food ) रखते हैं. ऐसे में शरीर को ऊर्जा के साथ संयमित रखने की भी जरुरत है.लिहाजा इन नौ दिनों में बैलेंस डाइट की भी जरुरत होती (recipes for fasting for 9 days shardiya navratr) है. आज हम आपको ऐसे ही व्यंजनों के बारे में बताने जा रहे हैं जो आप व्रत के दौरान खा सकते (shardiya navratri 2022 )हैं.
साबूदाना की खिचड़ी : व्रत के दिनों में आपके शरीर में पोषक तत्वों की कमी होने लगती है. शरीर की ऊर्जा को बनाए रखने के लिए साबूदाना कारगर है. साबूदाना की खिचड़ी नवरात्रि के दिनों में सबसे ज्यादा खाए जाने वाले आहार में से एक है. इसके साथ ही यह कई न्यूट्रिशंस से भरपूर एक बैलेंस डायट है. इसमें विटामिन्स, प्रोटीन, मिनरल्स, कार्बोहाइड्रेट्स जैसी चीजें शामिल हैं. अगर इसे कम मसालों और कम तेल में बनाया जाए तो इससे बेहतर डायट कोई नहीं हो सकती. इसके साथ ही यह आपकी पाचन क्रिया में भी सुधार करता है.साबूदाने को धो कर पानी डाल कर 30 मिनट रख दें. फिर अतिरिक्त पानी निकाल कर 4 से 6 घंटे गले रहने दें. जब साबूदाने अच्छी तरह गल जाये तब उसमें पिसे फलीदाने डाल कर अच्छी तरह मिक्स कर लें. अब कड़ाई में तेल डाले और गर्म करें. अब हरी मिर्च और जीरा डाले और थोड़ा सेकें. लाल मिर्च, नमक, डाल कर थोड़ी देर चलाते रहे. अब उसमे उबले आलू , साबूदाना और नींबू रस डालकर अच्छी तरह मिलाए. ऊपर से धनिया पत्ती डाल कर परोसे.
क्रिस्पी बाइट : नवरात्रि के दिनों में पूजा पाठ के बाद और दिन भर के कामों की थकान के बाद हम सब चाहते हैं कि कुछ ऐसा बन जाए जिसमें समान और समय दोनों ही कम लगे . इसके लिए समा के चावल को पीसकर उसका पाउडर बना लें. अब एक पैन में 2 चम्मच मक्खन को गर्म करे और 2 कप पानी के साथ आधा चम्मच जीरा और 2 से 3 कटी हरी मिर्च और 1 चम्मच सेंधा नमक के साथ इस पाउडर को मिला लें, और गाढ़ा होने तक इसे चलते रहें. इसे तब तक मिलाए जब तक की यह कढ़ाई को ना छोड़ने लगे. अब उसमें 2 चम्मच भूनी मूंगफली का पाउडर, 1 उबला आलू मसला हुआ और कटी हुई धनिया पत्ती डाल दें. अब आटे की तरह इसे गूंथ लें. एक चपटे बरतन में रखकर अपने मन चाहे आकार में काटें. अब इसे कम तेल में दोनों तरफ से पकाएं. पकने के बाद क्रिस्पी बाइट तैयार है.भूख लगने पर तेल में हाफ फ्राय कर इसका कभी भी आनंद ले सकते हैं.
व्रत की थाली : नवरात्रि उपवास के दौरान कुछ लोग सिर्फ फलाहार खाकर अपने व्रत का समापन करते हैं. वहीं कुछ लोग व्रत के खाने को भी प्राथमिकता देते हैं. नवरात्रि के दिनों में शरीर को सही पोषक तत्व न मिल पाने पर हमारे शरीर में आंतरिक कमजोरी का होना एक आम बात हो जाती है. भले ही आप निस्वार्थ भावना के साथ मां दुर्गा की पूजा कर रहे हैं लेकिन इसके साथ आपके शरीर में पोषण की कमी आपके स्वास्थ्य पर असर डाल सकती है.इसलिए खाने में व्रत की थाली का महत्व है. जिसमें आप सिंघाड़े के आटे की रोटी, साबूदाने की खीर, आलू की टिक्की बनाकर आहार पूरा कर सकते हैं.
कुट्टू पराठा : कुट्टू के आटे में फाइबर अधिक मात्रा में उपलब्ध होते हैं, इसे खाने से भूख कम लगती है . यह शरीर को उर्जावान बनाए रखने में मदद करता है. कुट्टू के आटे का प्रयोग ज्यादातर उपवास में ही किया जाता है. इसका कारण ये है कि इसकी गिनती गेंहू के परिवार में नहीं की जाती. इसे अनाज के रूप में नहीं देखा जाता है. इसके साथ ही यह मैग्नीशियम, विटामिन B,आयरन, जिंक, कोपर और कैल्शियम से भरपूर होता है.परात में कुट्टू का आटा,उबले मेश किये आलू,अदरक,हरी मिर्च का पेस्ट ,नमक,काली मिर्च,घी,दही मिला लें. कुट्टू के आटे को अच्छी तरह से गूंथ लें. गूंथे आटे से परांठा बनाकर तवा पे सेंक लें. आलू की सब्जी के लिये आलू को काट लें ,अदरक हरी मिर्च को काटे टमाटर की प्यूरी बनाए. कड़ाही में घी गरम करके तेजपता ,लौंग,अदरक हरी मिर्च और टमाटर प्यूरी को भूने. कटे आलू ,सेंघा नमक,काली मिर्च,सूखा धनिया पाउडर,मिक्स करें. गरम पानी मिक्स करें. इमली का पल्प और धनिया पत्ती डालकर सब्जी तैयार करें.