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डाटा लीक होने के खतरा: गूगल प्ले स्टोर कई एप कर रहा बैन

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Published : Feb 9, 2021, 7:47 PM IST

एप्लीकेशन को डाउनलोड करते समय सावधानी बरतना जरूरी है. अगर आप कोई भी एप्लीकेशन डाउनलोड कर रहे हैं. तो सावधानी पूर्वक एक बार जो भी नोटिफिकेशन आए उसे पढ़ ले. नहीं तो आप बड़ी ठगी का शिकार हो सकते हैं.

raipur cyber crime
गूगल प्ले स्टोर कई एप कर रहा बैन

रायपुरः साइबर क्राइम के जरिए लोग ठगी का शिकार होते हैं. ज्यादातर एप्लीकेशन के सर्वर बाहर होने की वजह से भारत में लगातार डाटा लीक होने का खतरा बना रहता है. जिसको देखए हुए इलेक्ट्रॉनिक और सूचना प्रौद्योगिक मंत्रालय ने भारत में तीन बार बड़ी कार्रवाई की. कार्रवाई के दौरान करीब 220 मोबाइल एप्लीकेशन को देश में बैन किया गया है. बैन किए गए एप्लीकेशनों में लगभग सभी एप्लीकेशन चाइना से संबंधित हैं. गूगल भी अपने प्लेटफार्म प्ले स्टोर से 240 एप्लीकेशनों को बैन किया है. साइबर ठगी और डाटा लीक होने के खतरे को देखते हुए गूगल ने यह कदम उठाया है

गूगल प्ले स्टोर कई एप कर रहा बैन
गूगल कर रहा कुछ एप्लीकेशन बैन
साइबर एक्सपर्ट गोविंद राय ने बताया कि कैमस्कैनर चाइनीज एप्लीकेशन है. भारत सरकार ने कुछ समय पहले उसको भारत में बैन कर दिया था. लेकिन उसके पहले गूगल ने उसे अपने प्ले स्टोर से बैन कर दिया था. क्योंकि उस एप्लीकेशन में जो एडवर्टाइजमेंट शो कर रहे थे वो काफी खतरनाक थे. वो एप्लीकेशन लोगों का डाटा चोरी कर रहा था. इन चीजों का ध्यान रखते हुए गूगल कुछ एप्लीकेशन बैन कर रहा है.

-रायपुर: संसदीय सचिव विकास उपाध्याय के नाम से ठगी का प्रयास


फर्जी एप्लीकेशन चोरी कर रहा डाटा
भारत सरकार या गूगल कोई भी एप्लीकेशन बैन कर रहा है, तो उसका अल्टरनेटिव मौजूद होना चाहिए जैसे टिक टॉक भारत में बैन हुआ ये बहुत अच्छा मूव था. लेकिन उसमें कमी ये थी कि उसका कोई अल्टरनेटिव नहीं था. इस वजह से बहुत सारे स्टार्टअप नए एप्लीकेशन लेकर आए और उसे होस्ट कर दिए. लेकिन उसकी प्रॉपर एसेसमेंट नहीं हुई थी. एक एप्लीकेशन था मित्रों लाखों लोगों ने उस एप्लीकेशन को डाउनलोड किया था. 10 दिन के अंदर उस पर एक अटैक हुआ और लाखों लोगों के डेटा चोरी हो गए.

-फर्जी एप डाउनलोड कराकर महिला से 2 लाख रुपये की ठगी


एप्लीकेशन डाउनलोड करते वक्त रखें ध्यान
आम नागरिक भी ऐसे एप्लीकेशन को इंस्टॉल ना करें. जिनके बारे में नहीं जानते हो. परिवार एप्लीकेशन इंस्टॉल करते समय एप्लीकेशन आपके मोबाइल को एक्सेप्ट करने के लिए परमिशन मांगता है. बिना परमिशन के वो एप्लीकेशन आपके मोबाइल में इंस्टॉल नहीं होता है. ऐसे में लोग एलाऊ बटन बिना पढ़े दबा देते हैं. जिससे मोबाइल का कई निजी डेटा लीक होने का खतरा बढ़ जाता है.

डाटा डार्क वेब पर लाखों करोड़ों रुपए में होते हैं सेल
कोई भी हैकर या ठग अगर आपके पर्सनल डाटा को एक्सेस करने में कामयाब हो जाता है. तो वो आसानी से आप की लोकेशन या निजी डेटा को चुरा सकता है. इसके साथ ही इस तरीके के निजी डेटा आपका फोन नंबर ,आपका आधार कार्ड नंबर, आपका एटीएम कार्ड, आपके पर्सनल वीडियो और फोटो जैसे कई निजी डेटा को हैकर और ठग डार्क वेब में सेल करता है. डार्क वेब में यह सारी चीजें लाखों-करोड़ों में सेल की जाती है.

रायपुरः साइबर क्राइम के जरिए लोग ठगी का शिकार होते हैं. ज्यादातर एप्लीकेशन के सर्वर बाहर होने की वजह से भारत में लगातार डाटा लीक होने का खतरा बना रहता है. जिसको देखए हुए इलेक्ट्रॉनिक और सूचना प्रौद्योगिक मंत्रालय ने भारत में तीन बार बड़ी कार्रवाई की. कार्रवाई के दौरान करीब 220 मोबाइल एप्लीकेशन को देश में बैन किया गया है. बैन किए गए एप्लीकेशनों में लगभग सभी एप्लीकेशन चाइना से संबंधित हैं. गूगल भी अपने प्लेटफार्म प्ले स्टोर से 240 एप्लीकेशनों को बैन किया है. साइबर ठगी और डाटा लीक होने के खतरे को देखते हुए गूगल ने यह कदम उठाया है

गूगल प्ले स्टोर कई एप कर रहा बैन
गूगल कर रहा कुछ एप्लीकेशन बैनसाइबर एक्सपर्ट गोविंद राय ने बताया कि कैमस्कैनर चाइनीज एप्लीकेशन है. भारत सरकार ने कुछ समय पहले उसको भारत में बैन कर दिया था. लेकिन उसके पहले गूगल ने उसे अपने प्ले स्टोर से बैन कर दिया था. क्योंकि उस एप्लीकेशन में जो एडवर्टाइजमेंट शो कर रहे थे वो काफी खतरनाक थे. वो एप्लीकेशन लोगों का डाटा चोरी कर रहा था. इन चीजों का ध्यान रखते हुए गूगल कुछ एप्लीकेशन बैन कर रहा है.

-रायपुर: संसदीय सचिव विकास उपाध्याय के नाम से ठगी का प्रयास


फर्जी एप्लीकेशन चोरी कर रहा डाटा
भारत सरकार या गूगल कोई भी एप्लीकेशन बैन कर रहा है, तो उसका अल्टरनेटिव मौजूद होना चाहिए जैसे टिक टॉक भारत में बैन हुआ ये बहुत अच्छा मूव था. लेकिन उसमें कमी ये थी कि उसका कोई अल्टरनेटिव नहीं था. इस वजह से बहुत सारे स्टार्टअप नए एप्लीकेशन लेकर आए और उसे होस्ट कर दिए. लेकिन उसकी प्रॉपर एसेसमेंट नहीं हुई थी. एक एप्लीकेशन था मित्रों लाखों लोगों ने उस एप्लीकेशन को डाउनलोड किया था. 10 दिन के अंदर उस पर एक अटैक हुआ और लाखों लोगों के डेटा चोरी हो गए.

-फर्जी एप डाउनलोड कराकर महिला से 2 लाख रुपये की ठगी


एप्लीकेशन डाउनलोड करते वक्त रखें ध्यान
आम नागरिक भी ऐसे एप्लीकेशन को इंस्टॉल ना करें. जिनके बारे में नहीं जानते हो. परिवार एप्लीकेशन इंस्टॉल करते समय एप्लीकेशन आपके मोबाइल को एक्सेप्ट करने के लिए परमिशन मांगता है. बिना परमिशन के वो एप्लीकेशन आपके मोबाइल में इंस्टॉल नहीं होता है. ऐसे में लोग एलाऊ बटन बिना पढ़े दबा देते हैं. जिससे मोबाइल का कई निजी डेटा लीक होने का खतरा बढ़ जाता है.

डाटा डार्क वेब पर लाखों करोड़ों रुपए में होते हैं सेल
कोई भी हैकर या ठग अगर आपके पर्सनल डाटा को एक्सेस करने में कामयाब हो जाता है. तो वो आसानी से आप की लोकेशन या निजी डेटा को चुरा सकता है. इसके साथ ही इस तरीके के निजी डेटा आपका फोन नंबर ,आपका आधार कार्ड नंबर, आपका एटीएम कार्ड, आपके पर्सनल वीडियो और फोटो जैसे कई निजी डेटा को हैकर और ठग डार्क वेब में सेल करता है. डार्क वेब में यह सारी चीजें लाखों-करोड़ों में सेल की जाती है.

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