रायपुर : जर्जर पड़ी सड़कों के चलते आसपास के दुकानदार और राहगीर धूल डस्ट से परेशान हैं. अमृत मिशन योजना के तहत पाइपलाइन बिछाने और फाइबर ऑप्टिकल बिछाने के लिए मोबाइल नेटवर्क कंपनियों ने गड्ढे खुदवाए हैं. लेकिन मरम्मत का काम नहीं किया गया है. सड़कों पर खोदे गए गड्ढों के कारण हादसों का खतरा भी बढ़ गया है.
भाजपा पार्षदों का आरोप है कि विकास शुल्क के नाम पर सालाना लाखों रुपए नगर निगम को मिलता है. हर जोन कमिश्नर को राशि भी स्वीकृत की जाती है लेकिन शहर जहां-तहां खुदा हुआ है. धूल से आम जनता परेशान है.
जर्जर सड़क और गड्ढों से परेशान
रायपुर शहर की जनता कोरोना महामारी से पहले ही परेशान है. अब जर्जर सड़क और गड्ढों ने मुश्किल बढ़ा दिया है. नगर निगम की उपेक्षा के कारण रायपुर शहर की सड़कें धूल और गड्ढों से पटी हुई है. डेवलपमेंट शुल्क के नाम पर जनता से राशि ली जाती है लेकिन उसका उपयोग विकास कार्य के लिए नहीं किया जा रहा है.
मेंटेनेंस का काम अलग-अलग एजेंसियां करती
नगर निगम अपर आयुक्त का कहना है कि सड़क मेंटेनेंस का काम अलग-अलग एजेंसियां करती हैं. अमृत मिशन योजना के तहत पाइपलाइन बिछाने का महत्वपूर्ण काम किया जा रहा है. एक बार काम होने के बाद शहर में पानी की दिक्कत नहीं आएगी. पाइपलाइन बिछाने की वजह से सड़कें भी डैमेज होती हैं.
सड़कें नगर निगम ने बनाई
महापौर एजाज ढेबर का कहना है कि रायपुर शहर में कुछ सड़कें नगर निगम ने बनाई है. कुछ सड़कें पीडब्ल्यूडी विभाग ने बनाया है. महापौर के मुताबिक सड़कों के मेंटनेंस का काम शुरू कर दिया गया है. अबतक शहर की सड़कों को पीडब्ल्यूडी विभाग ने बनाया है लेकिन हम बहाना नहीं कर रहे हैं कि मेंटेनेंस का काम नगर निगम नहीं करेगा. जल्दी ही रायपुर शहर की जर्जर सड़कों को दुरुस्त किया जाएगा.