कोंडागांव: कोंडागांव बंधापारा ऑडिटोरियम में वर्चुअल कार्यक्रम द्वारा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कोंडागांव जिले को 204 करोड़ रुपये के 131 विकास कार्यों की सौगात दी, साथ ही 151 करोड़ 92 लाख रुपये के 108 विकास कार्यों का भूमिपूजन और 44 करोड़ 99 लाख रुपये की लागत के 20 कार्यों का लोकार्पण किया. इस दौरान एरोमैटिक कोंडानार, नंगत पीला जैसे कार्यक्रमों की भी शुरुआत की गई.
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने लोक निर्माण विभाग के अंतर्गत 11 करोड़ 91 लाख रुपये के 3 कार्य, लोक निर्माण विभाग (सेतु निर्माण) अंतर्गत 48 करोड़ 41 लाख रुपये के 4 कार्य, कार्यपालन अभियंता ग्रामीण यांत्रिकी सेवा संभाग अंतर्गत 32 करोड़ 95 लाख रुपये के 31 कार्य, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना अंर्तगत 23 करोड़ 79 लाख रुपये के 28 कार्य, नगर पालिका परिषद के 15 करोड़ 28 लाख रुपये के 16 कार्य, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग अंतर्गत 5 करोड़ 15 लाख रुपये के 10 कार्य, जिला निर्माण अंतर्गत 4 करोड़ 34 लाख रुपये के 1 कार्य, जल संसाधन विभाग के अंर्तगत 3 करोड़ 63 लाख रुपये के 2 कार्य, छत्तीसगढ़ कृषि विपणन के अंतर्गत 3 करोड़ 33 लाख रुपये के 5 कार्य और वन विभाग अंतर्गत 3 करोड़ 11 लाख रुपये के 8 कार्यों का भूमिपूजन किया.
मुख्यमंत्री ने विभिन्न विकास कार्यों का किया लोकार्पण
इसके अलावा मुख्यमंत्री बघेल द्वारा जिले में निर्मित विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण के अंतर्गत जल संसाधन विभाग के 19 करोड़ 52 लाख रुपये की लागत से निर्मित 5 कार्य, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के 8 करोड़ 52 लाख रुपये की लागत से निर्मित 2 कार्य, जिला निर्माण समिति के 5 करोड़ 48 लाख रुपये की लागत से निर्मित 3 कार्य, लोक निर्माण विभाग के 5 करोड़ 47 लाख रुपये की लागत से निर्मित 2 कार्य, राज्य अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण के 3 करोड़ 60 लाख रुपये की लागत से निर्मित 4 कार्य, आदिवासी विकास शाखा कोण्डागांव के 1 करोड़ 52 लाख रुपये की लागत से 1 कार्य, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा संभाग के 85 लाख रुपये की लागत से निर्मित 3 विकास कार्य थे.
सुगंधित कोंडानार परियोजना की शुरुआत की
मुख्यमंत्री ने जिले में सुगंधित फसलों की खेती से कृषकों को जोड़ने के लिए सुगंधित कोंडानार परियोजना की भी शुरुआत की. इस परियोजना के तहत 7 प्रजातियों की नींबू घास, पामारोजा, पचैली, मुनगा, अमाड़ी, वैटीवर और तुलसी उगाई जाएंगी. इसके लिए जिले की कुल 2000 एकड़ भूमि में पांच चिन्हित समूहों को अरोमा हब में परिवर्तित किया जाएगा. इसके अलावा इन फसलों को काजू, नारियल, लीची, कस्टर्ड सेब के साथ इंटरक्रॉप्स पैटर्न में उगाई जाएगी.
कोंडागांव के तीखुर को मिला बढ़ावा
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन द्वारा तैयार किए गए एप एवं टाटामारी पर्यटन क्षेत्र विकास योजना का भी शुभारंभ किया. मुख्यमंत्री ने कहा कोंडागांव का तीखुर अपने चमत्कारी गुणों के लिए प्रसिद्ध है. इसकी प्रोसेसिंग कर इसे विश्व के दूसरे कोनों तक निर्यात किया जाएगा. इसके निर्यात से न सिर्फ लोगों को रोजगार मिलेगा, बल्कि कोंडागांव के अनमोल तीखुर का स्वाद भारत से बाहर बसे लोग भी चख सकेंगे. वर्चुअल कार्यक्रम में पीसीसी मोहन मरकाम, विधायक केशकाल संतराम नेताम और विधायक नारायणपुर चंदन कश्यप मौजूद रहे.