रायपुर: कास्ट सेंसस पर सियासी संग्राम छत्तीसगढ़ के चुनाव में भी दिख रहा है. बीजेपी ने छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में घोषणा पत्र जारी किया है. उसके बाद मीडिया से बात करते हुए अमित शाह ने कहा कि बीजेपी ने कभी जातिगत जनगणना के विचार का विरोध नहीं किया है. बीजेपी का मानना है कि इस मुद्दे पर सभी से सलाह लेकर फैसला लिया जा सकता है. रायपुर बीजेपी मुख्यालय में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने यह बातें की है.
बीजेपी घोषणा पत्र की लॉन्चिंग पर दिया बयान: रायपुर में अमित शाह जब बीजेपी का घोषणा पत्र जारी कर रहे थे तब संवाददाताओं ने उनसे सवाल पूछा था. इस सवाल के जवाब में अमित शाह ने कहा कि हमारी पार्टी जातिगत जनगणना के विरोध में नहीं है, लेकिन इस मुद्दे पर सभी से साल मश्विरा के बाद ही उचित फैसला लिया जाएगा.
"हम एक राष्ट्रीय पार्टी हैं और हम इस मुद्दे पर वोटों की राजनीति नहीं करते हैं. हम सभी से परामर्श करने के बाद उचित निर्णय लेंगे, लेकिन इसके आधार पर चुनाव लड़ना सही नहीं है. भाजपा ने कभी भी जाति जनगणना का विरोध नहीं किया है, लेकिन फैसले बहुत सोच-समझकर लेने होंगे. हम उचित समय पर बताएंगे": अमित शाह, केंद्रीय गृह मंत्री
कांग्रेस ने किया है कास्ट सेंसस का वादा: कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ में दोबारा कांग्रेस की सरकार बनने पर कास्ट सेंसस का वादा किया है. लगातार कांग्रेस पार्टी के नेताओं की तरफ से बीजेपी और पीएम मोदी पर कास्ट सेंसस को लेकर सवाल दागे जा रहे हैं. राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे और प्रियंका गांधी लगातार मोदी सरकार से कास्ट सेंसस कराने की मांग कर रहे हैं. इस मुद्दे पर कांग्रेस ने अपने पत्ते खोलते हुए यह कहा है कि राज्य में अगर कांग्रेस की सरकार बनती है तो वे जातिगत जनगणना कराएंगे. बिहार में नीतीश कुमार सरकार ने पिछले महीने जातिगत जनगणना कराने का काम पूरा किया है. जिसके बाद से पूरे देश की राजनीति में कास्ट सेंसस की मांग तेज होती जा रही है.