कोरिया: बैकुंठपुर तहसील अंतर्गत सागरपुर ग्राम पंचायत में एक विवादास्पद मामला सामने आया है. स्थानीय निवासी संतोष कुमार साहू ने आरोप लगाया है कि उनकी पुश्तैनी जमीन पर बने मकान और प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत निर्माणाधीन पांच कमरों के मकान को प्रशासन ने बिना किसी नोटिस या सूचना के जबरन ध्वस्त कर दिया.
बिना नोटिस मकान तोड़ने का आरोप: संतोष साहू के अनुसार, यह भूमि 1948 से पहले से उनके पूर्वजों के नाम पर दर्ज है, और इसके संबंध में सभी कानूनी रिकॉर्ड और पट्टा उनके पास उपलब्ध हैं. जिसके लिए उन्होंने कलेक्टर को कई बार इसके बारे में बताया. उन्होंने कहा कि यह मकान 1990 से उनके परिवार का निवास स्थान था. जिसे बिना नोटिस के तुड़वा दिया गया. संतोष साहू ने बताया कि तहसीलदार ने स्वयं मौके पर आकर मकान तुड़वाया. पीड़ित ने कहा कि वह न्याय के लिए दर दर भटक रहे है. कलेक्टर मैडम के पास जाने पर उन्होंने भी कोर्ट जाने की सलाह देकर मामले से पल्ला झाड़ लिया.
तहसीलदार ने कहा, यह मेरी मर्जी है, मैं जब चाहूं मकान तुड़वा सकती हूं: संतोष साहू, स्थानीय
कलेक्टर का दावा, सरकारी जमीन से हटाया जाता है अतिक्रमण: कोरिया कलेक्टर चंदन त्रिपाठी ने संतोष साहू के मामले में प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उन्हें इस नाम से जुड़े किसी विशेष प्रकरण की जानकारी नहीं है. हालांकि, उन्होंने स्पष्ट किया कि सागरपुर में सफल सेंटर के संबंध में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई है. सिर्फ शासकीय जमीन पर ही अतिक्रमण हटाया गया है. पूरी प्रक्रिया रिकॉर्ड्स देखकर, नोटिस जारी करके और विधिवत सुनवाई के बाद की गई. संतोष साहू के प्रकरण के बारे में दिखवाना पड़ेगा.