रायपुरः छत्तीसगढ़ राजोत्सव की तैयारी को लेकर संस्कृति विभाग की ओर से टेंडर मंगाया गया था, लेकिन टेंडर के बाद विभागीय मंत्री अमरजीत भगत को औपचारिक सूचना दिए बिना ही निरस्त कर दिया गया. संस्कृति विभाग के मंत्री अमरजीत भगत ने टेंडर निरस्त किए जाने पर जांच की बात कही है.
बता दें कि 1 नवंबर को छत्तीसगढ़ की स्थापना दिवस के रूप में तीन दिवसीय राज्योयत्सव का आयोजन किया जाता है. प्रत्येक साल की तरह इस साल भी राज्योत्सव का आयोजन किया जाएगा. इसकी तैयारी के लिए शासन की ओर से टेंडर मंगाया गया था, लेकिन सूत्रों के मुताबिक आए हुए टेंडर को एकत्र होने के बाद कैंसिल कर दिया गया है. आरोप है कि इसकी जानकारी सांस्कृतिक मंत्री को भी नहीं दिया गया था. लोगों ने जब मंत्री से शिकायत दर्ज कराई तब मंत्री को पता चला कि टेंडर बुलाया गया. इस पर मंत्री अमरजीत भगत ने कहा है कि, 'हमने सभी फाइलें मंगाई हैं, उस पर जांच करेंगे. उसके बाद फैसला लेंगे कि आखिर क्यों टेंडर निरस्त किया गया था'.
तैयारी को लेकर खड़े हुए सवाल
राज्योत्सव में प्रदेश ही नहीं बल्कि पूरे देशभर से कलाकार को आमंत्रित किया जाता है. इस साल कांग्रेस सरकार ने मुख्य अतिथि के तौर कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को आमंत्रित किया है. ऐसे में अचानक टेंडर को कैंसिल करने से राज्योत्सव की तैयारी को लेकर बड़ा सवाल खड़ा हो जाता है.