रायपुर : नगरीय निकाय चुनाव की तारीख जैसे-जैसे करीब आ रही है वैस-वैसे सभी पार्टियां अपनी पूरी ताकत के साथ काम कर रही हैं. इधर बीजेपी सरकार में मंत्री रहे अमर अग्रवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर निकाय चुनाव में जीत का दावा किया है और राज्य सरकार पर कई आरोप लगाए हैं.
अमर अग्रवाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय चुनाव के लिए नामांकन स्क्रूटनी के बाद चुनाव अभियान जोरों पर है. पूरे प्रदेश में 2 हजार 840 वार्डों में चुनाव होने हैं. 2 फॉर्म तकनीकी त्रुटि की वजह से निरस्त कर दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि राज्य में अब तक महापौर का निर्वाचन जनता द्वारा होता रहा है और इस प्रक्रिया में विकास भी तेजी से होता रहा है.
'जनता से छीने गए अधिकार'
उन्होंने कहा कि पहले छत्तीसगढ़ की जनता को दो वोट देने का अधिकार था. एक पार्षद को और दूसरा महापौर को, लेकिन जनता से एक वोट का अधिकार छीन लिया गया है. लोकसभा चुनाव के बाद कांग्रेस सरकार ये महसूस करने लगी है कि निकाय चुनाव में भी एक सीट नहीं आएगी. यही वजह है कि सत्ता का दुरुपयोग कर महापौर का अप्रत्यक्ष निर्वाचन कराने की दिशा में आगे बढ़ी. साथ ही बैलेट से चुनाव करना भी सरकार की इसी रणनीति का हिस्सा है. इन तमाम हालातों के बाद भी बीजेपी मजबूती से चुनाव लड़ेगी और जीतेगी.
'जनता ने देखा बीते 15 सालों का विकास'
अग्रवाल ने कहा कि भूपेश सरकार के एक साल के कार्यकाल से जनता बेहद नाराज है. राशन कार्ड में फोटो छापने की लालसा में कईयों के नाम काट दिए. कांग्रेस सरकार पट्टे का जो वितरण करने जा रही है उसे भी सशुल्क कर दिया है, जबकि बीजेपी निशुल्क बांट रही थी. जनता ने बीते 15 सालों का विकास देखा है. विकास के क्रम में शहरों को आगे बढ़ते देखा है.
'निकायों का पैसा रोक रही सरकार'
उन्होंने कहा कि सरकार नगरीय निकायों का दो हजार करोड़ रुपए को रोकने का काम कर रही है, जबकि ये निकायों का अधिकार है. इस राशि को रोकने से शहरी क्षेत्रों का विकास रुक गया है. बीजेपी इन विषयों को लेकर जनता के बीच जाएगी.
'जन घोषणा पत्र जारी करेगी बीजेपी'
अमर अग्रवाल ने ये भी कहा कि सरकार ने गरीबों के मकान को रोकने का भी काम किया है. शहर को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तैयार करना बीजेपी का लक्ष्य है. जल्द ही बीजेपी निकाय चुनाव को लेकर अपना जन घोषणा पत्र जारी करेगी. हमारा विश्वास है कि बीजेपी को वो बहुमत मिलेगा, जिसमें कांग्रेस जोड़-तोड़ करने की स्थिति में नहीं रहेगी.