रायपुर: प्रसाशनिक अधिकारी तौर पर DKS अस्पताल में पदस्थ दीप्ति राज की नियुक्ति कब और किसने की यह खुद डीकेएस अधीक्षक के.के सहारे को भी पता नहीं है.
अधीक्षक ने जानकारी होने से किया इंकार
ईटीवी भारत की टीम ने जब इस मामले में अस्पताल के अधीक्षक से बात की तो उन्होंने इस बारे में जनकारी होने से इंकार कर दिया. अचार संहिता लागू होने के बाद, मार्च महीने में दीप्ति राज की नियुक्ति की गई थी. इसके साथ ही उन्हें डायरेक्टर और आईएएस अफसर भुनेश्वर यादव के बगल वाला कमरा दिया गया था. दीप्ति रोज ड्यूटी पर अस्पताल आती है और बाकयदा प्रशासनिक अधिकारी के तौर पर काम भी कर रही हैं.
जांच के बाद कार्रवाई की कही बात
अस्पताल अधीक्षक डॉक्टर सहारे का कहना है कि, वे इस विषय में अस्पताल के संचालक से बात करेंगे जो उचित होगी वो कार्रवाई भी की जाएगी. ऐसे में प्रश्न यह उठता है कि इतने बड़े अस्पताल में क्या कोई बिना किसी नियुक्ति के आ और जा सकता है. यदि आता भी है तो उसे कैबिन या पद कैसे दे दिया जाता सकता है.
अधीक्षक के केबिन से सामने है दीप्ति का केबिन
दीप्ति राज का केबिन बिलकुल अधीक्षक केबिन के सामने ही है. बावजूद इसके क्या अधीक्षक को इस बारे में पता ही नहीं चला. यदि हां तो अब तक उन पर दीप्ति पर कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई.