रायपुर: छत्तीसगढ़ में गुरुवार को एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने ताबड़तोड़ कार्रवाई की है. ACB की टीम ने प्रदेश के 3 जगहों पर छापा मार कार्रवाई की है. जहां से 3 आरोपियों को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा है. जानकारी के मुताबिक कोंडागांव में ACB की टीम ने खादी ग्रामोद्योग के सहायक संचालक नितिन बैस को रिश्वत लेते रगे हाथ पकड़ा है.
दरअसल, केसकाल निवासी आवेदक जुबेर मेमन ने प्रधानमंत्री रोजगार निर्माण योजना के तहत सब्सिडी से जुड़ा हुआ ऋण ले रहा था. इस योजना में सूक्ष्म, लघु और मझौले
उद्यमों को लोन देने के लिए भारत सरकार ने लागू किया है. इस योजना के अनुपालन के लिए राष्ट्रीय स्तर पर खादी एवं ग्रामीण उद्योग आयोग नोडल एजेंसी है. इसके तहत सब्सिडी वाले लोन के लिए आवेदन करने पर खादी ग्रामोद्योग के सहायक संचालक नितिन बैस ने आवेदक से 30 हजार रुपये की रिश्वत मांगी, जिसके बाद 15 हजार में सौदा तय हो गया.
इसी बीच आवेदक जुबेर मेमन ने आरोपी नितिन बैस के खिलाफ एंटी करप्शन ब्यूरो से शिकायत कर दी, जिसके बाद एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने शिकायत की सत्यापन करने के बाद कार्यालय में छापामार कार्रवाई की. जहां से जगदलपुर की एसीबी टीम ने कार्रवाई करते हुए आरोपी के पास से 5 हजार रुपये किश्त के रूप में रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा गया. आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है. साथ ही आरोपी से पूछताछ जारी है.
सरगुजा में एंटी करप्शन ब्यूरो की कार्रवाई
सरगुजा में एंटी करप्शन ब्यूरो ने जल संसाधन विभाग के क्लर्क को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा है. जल संसाधन विभाग में पदस्थ चौकीदार से सेवानिवृत्ति के बाद ग्रेच्यूटी और पेंशन की राशि प्रदान करने के नाम पर लिपिक विनय कुमार सिन्हा ने रिश्वत की मांग की थी. ACB ने आरोपी को 7 हजार रुपये की रिश्वत लेते पकड़ा है. एसीबी की ये इस सप्ताह में दूसरी कार्रवाई है. एसीबी के डीएसपी गौरव मंडल ने बताया कि लरघु राम जल संसाधन विभाग में चौकीदार के पद पर पदस्थ था और सेवानिवृत्त होने के बाद 2015 से ग्रेच्यूटी और पेंशन की राशि के लिए विभाग के चक्कर काट रहा था. लरघुराम के पुत्र लोचन सिंह ने एसीबी से शिकायत की थी कि जल संसाधन विभाग में पदस्थ लिपिक को वह पेंशन राशि के लिए 3 हजार दे चुका है और वह 7 हजार रुपये और मांग रहा है.
बिलासपुर में में एंटी करप्शन ब्यूरो की कार्रवाई
पोड़ी बिल्हा निवासी गणेश राम साहू जो की राजमिस्त्री का काम करता है. प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बनने वाले मकानों के लिए हितग्राहियों को प्राप्त होने वाली राशि को जारी कराने के लिए आवेदन किया था. नगर पंचायत बिल्हा में पदस्थ अमन पालीवाल सीएलटीसी ने राशि को स्वीकृति कराने के एवज में 70 हजार रूपये की मांग की गई थी, जिसकी प्रार्थी शिकायत ने एसीबी बिलासपुर में की गई थी. शिकायत का सत्यापन के बाद प्राथी गणेश राम साहू रिश्वत की रकम की पहली किश्त 20, हजार रूपये देने के लिए बिल्हा पहुंचा था. अमन पालीवाल से संपर्क करने पर अमन पालीवाल ने रेल्वे स्टेशन बिल्हा के पास उसे बुलवाया. जहां अरोपी को एसीबी, बिलासपुर की टीम ने 20 हजार रुपये का रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया.