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न्याय नहीं मिला, तो पीड़ित परिवार ने पीएम मोदी से मांगी इच्छा मृत्यु

पीड़ित के बैनर में लिखा है कि "एक भूमिहीन, मजबूर, गरीब परिवार आपसे न्याय की गुहार करती है" न्याय नहीं दिला सकते, तो यह परिवार आपसे इच्छा मृत्यु की मांग करती है.

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Published : Aug 18, 2019, 7:23 PM IST

न्याय नहीं मिला, तो पीड़ित परिवार ने पीएम मोदी से मांगी इच्छा मृत्यु

रायपुरः गरीबी, तंगहाली और भूखमरी से पीड़ित ग्राम कोहरौद का एक परिवार रायपुर के बूढ़ातालाब स्थित धरना स्थल पर न्याय की गुहार लगा रहा है. सरपंच सहित गांव के कुछ दबंगों की दबंगई के चलते गांव छोड़कर पूरा परिवार शनिवार से बैनर लगाकर बैठा हुआ है. बैनर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संबोधित करते हुए लिखा है कि "एक भूमिहीन, मजबूर, गरीब परिवार आपसे न्याय की गुहार करती है" न्याय नहीं दिला सकते तो यह परिवार आपसे इच्छा मृत्यु की मांग करती है.

न्याय नहीं मिला, तो पीड़ित परिवार ने पीएम मोदी से मांगी इच्छा मृत्यु

प्रशासन से नहीं मिली मदद
पीड़ित परिवार ने आबादी के जमीन में कच्चा मकान बनाकर वर्षों से वहां निवास कर रहे थे, लेकिन मकान को आज से लगभग डेढ़ साल पहले पंचायत प्रशासन द्वारा अतिक्रमण बताकर उस मकान को तोड़ दिया और उन्हें वहां से बेदखल कर दिया गया. साथ ही गांव के सरकारी 35 डिसमिल बंजर जमीन पर पिछले कई सालों से खेती कर परिवार का पोषण कर रहे थे, लेकिन संरपंच ने उसे भी चारागाह का जमीन बताकर यहां खेती करने से मना कर दिया. मामले में शिकायत करने पीड़ित परिवार थाना, एसपी ऑफिस और कलेक्टर कार्यालय का कई बार चक्कर लगा चुका है. इसके बाद भी परिवार को कोई मदद नहीं मिली है. आखिरकार थक हार कर परिवार न्याय की आस में राजधानी रायपुर पहुंचा.

पीएम से इच्छा मृत्यु की मांग
पीड़ित की पत्नी राजकुमारी पाटिल का आरोप है कि हरेली के समय सरपंच और उसके बेटा सहित गांव के कुछ दबंगों ने उसके साथ मारपीट और अभद्र व्यवहार भी किया. इसकी शिकायत करने थाना जाने पर पुलिस ने भी शिकायत को अनसुना कर दिया. ऐसे में पीड़ित अपनी पत्नी और चार मासूम बच्चों के साथ कहां और किसके पास जाकर न्याय की गुहार लगाए, इसलिए उन्होंने प्रधानमंत्री से इच्छा मृत्यु की मांग किए हैं.

रायपुरः गरीबी, तंगहाली और भूखमरी से पीड़ित ग्राम कोहरौद का एक परिवार रायपुर के बूढ़ातालाब स्थित धरना स्थल पर न्याय की गुहार लगा रहा है. सरपंच सहित गांव के कुछ दबंगों की दबंगई के चलते गांव छोड़कर पूरा परिवार शनिवार से बैनर लगाकर बैठा हुआ है. बैनर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संबोधित करते हुए लिखा है कि "एक भूमिहीन, मजबूर, गरीब परिवार आपसे न्याय की गुहार करती है" न्याय नहीं दिला सकते तो यह परिवार आपसे इच्छा मृत्यु की मांग करती है.

न्याय नहीं मिला, तो पीड़ित परिवार ने पीएम मोदी से मांगी इच्छा मृत्यु

प्रशासन से नहीं मिली मदद
पीड़ित परिवार ने आबादी के जमीन में कच्चा मकान बनाकर वर्षों से वहां निवास कर रहे थे, लेकिन मकान को आज से लगभग डेढ़ साल पहले पंचायत प्रशासन द्वारा अतिक्रमण बताकर उस मकान को तोड़ दिया और उन्हें वहां से बेदखल कर दिया गया. साथ ही गांव के सरकारी 35 डिसमिल बंजर जमीन पर पिछले कई सालों से खेती कर परिवार का पोषण कर रहे थे, लेकिन संरपंच ने उसे भी चारागाह का जमीन बताकर यहां खेती करने से मना कर दिया. मामले में शिकायत करने पीड़ित परिवार थाना, एसपी ऑफिस और कलेक्टर कार्यालय का कई बार चक्कर लगा चुका है. इसके बाद भी परिवार को कोई मदद नहीं मिली है. आखिरकार थक हार कर परिवार न्याय की आस में राजधानी रायपुर पहुंचा.

पीएम से इच्छा मृत्यु की मांग
पीड़ित की पत्नी राजकुमारी पाटिल का आरोप है कि हरेली के समय सरपंच और उसके बेटा सहित गांव के कुछ दबंगों ने उसके साथ मारपीट और अभद्र व्यवहार भी किया. इसकी शिकायत करने थाना जाने पर पुलिस ने भी शिकायत को अनसुना कर दिया. ऐसे में पीड़ित अपनी पत्नी और चार मासूम बच्चों के साथ कहां और किसके पास जाकर न्याय की गुहार लगाए, इसलिए उन्होंने प्रधानमंत्री से इच्छा मृत्यु की मांग किए हैं.

Intro:रायपुर राजधानी रायपुर के बूढ़ा तालाब धरना स्थल पर बलौदा बाजार जिले के कोहरौद गांव का एक परिवार सरपंच और सरपंच पुत्र सहित गांव के कुछ दबंगों की दबंगई के चलते गांव छोड़कर पूरा परिवार कल से राजधानी रायपुर के बूढ़ा तालाब स्थित धरना स्थल पर न्याय की गुहार लगा रहा है गरीबी तंगहाली और भूखमरी से पीड़ित परिवार कल से बूढ़ा तालाब धरना स्थल पर एक बैनर लगाकर बैठा हुआ है इस बैनर में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीजी को संबोधित करते हुए बैनर में लिखा हुआ है कि एक भूमिहीन मजबूर गरीब परिवार आपसे न्याय की गुहार करती है न्याय नहीं दिला सकते तो यह परिवार आपसे इच्छा मृत्यु की मांग करती है


Body:पीड़ित परिवार को आबादी जमीन से बेदखल करने के साथ ही वर्षों से रह रहे कच्चे मकान को भी तोड़ दिया गया यह पूरी कार्यवाही ग्राम पंचायत और प्रशासन के द्वारा की गई इस मामले में पीड़ित परिवार कई बार थाने एसपी ऑफिस और कलेक्टर कार्यालय के कई चक्कर लगा चुका है बावजूद इसके पीड़ित परिवार की कोई मदद नहीं की गई आखिरकार थक हार कर पीड़ित परिवार न्याय नहीं मिल पाने के कारण न्याय की आस में राजधानी रायपुर पहुंचा हुआ है


Conclusion:पीड़ित परिवार का कहना है कि अगर न्याय नहीं मिलेगा तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इच्छा मृत्यु की गुहार लगा रहा है पीड़ित परिवार की आबादी जमीन पर बने मकान को आज से लगभग डेढ़ साल पहले पंचायत और प्रशासन के द्वारा अतिक्रमण की कार्यवाही बता कर इनको मकान से बेदखल कर दिया गया साथ ही गांव में आबादी जमीन पर पिछले कई सालों से लगभग 35 डिसमिल जमीन में पीड़ित परिवार खेती कर रहा था उस जमीन को भी पंचायत और प्रशासन ने चारागाह की जमीन बताकर यहां खेती करने से भी उन्हें बेदखल कर दिया गया देवक कुमार पाटिल उनकी पत्नी राजकुमारी पाटील और उनके चार बच्चे भी इस इच्छा मृत्यु की मांग में शामिल हैं 6 सदस्यों का यह पूरा परिवार कल से भूखे प्यासे धरना स्थल पर न्याय दिलाए जाने की मांग को लेकर धरने पर बैठा हुआ है पीड़ित परिवार में इस मामले की शिकायत बलौदा बाजार जिले के एसपी और कलेक्टर से भी की लेकिन प्रशासन के कोई भी आला अधिकारियों ने पीड़ित परिवार की मदद नहीं की अभी हरेली त्यौहार के समय देवक कुमार पाटिल की पत्नी राजकुमारी पाटील के साथ गांव के सरपंच और उसका बेटा सहित गांव के कुछ दबंग लोगों ने राजकुमारी पाटील के साथ मारपीट करने के साथ ही अभद्र व्यवहार भी किया जिसकी शिकायत करने थाना जाने पर थाने वालों ने भी इनकी शिकायत को अनसुना कर दिया गया ऐसे में पीड़ित परिवार कहां और किसके पास जाकर न्याय की गुहार लगाए ये एक बड़ा सवाल है जिसका जवाब फिलहाल किसी के पास नजर नहीं आ रहा ऐसे में पीड़ित परिवार का कहना है कि गरीबी भूखमरी और तंगहाली के चलते मौत को गले लगा लेना ही ठीक होगा



बाइट राजकुमारी पाटील पीड़ित


बाइट देवक कुमार पाटिल पीड़ित


रितेश तंबोली ईटीवी भारत रायपुर
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