रायपुर: मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत साइंस कॉलेज मैदान में मंगलवार को सामूहिक विवाह का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में वर-वधुओं को आशीर्वाद देने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत, मंत्रीमंडल के सदस्य, सांसद, विधायक और महापौर सहित तमाम लोग उपस्थित रहे.
महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से आयोजित यह सामूहिक विवाह कार्यक्रम में निकाह भी कराया गया. इस आयोजन में 4 जोड़े ईसाई और 4 जोड़े मुस्लिम समुदाय के भी शामिल हुए. इन जोड़ो में एक दिव्यांग जोड़ा भी शामिल रहा. इसके अलावा एक विधवा कन्या का भी नवजीवन में प्रवेश कराया गया. राज्य में पहली बार सामूहिक विवाह स्थल पर ही जोड़ों का विवाह पंजीयन कराया गया.
मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत विभाग ने प्रति जोड़े 25 हजार रुपये तक खर्च किए. 24 हजार रुपये तक की सामग्री वर-वधू को दी गई और शेष 1 हजार रुपये प्रति जोड़ा कैश के रूप में दिया गया. महिला एवं बाल विकास विभाग ने सामग्री के रूप में वर-वधू को वैवाहिक कपड़े, श्रृंगार के समान, सूटकेस, अलमारी, पंखा, स्मार्ट मोबाइल फोन, गद्दा, चादर, तकिया, जूता-चप्पल, चांदी के पायल दिया गया.
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सीएम भूपेश बघेल ने कहा, 'आज के समय में शादी बहुत खर्चीली हो गाई है. ऐसे समय में सामुहिक विवाह सम्पन्न करना पुण्य का काम है. समूहिक विवाह को आदर्श विवाह माना गया है, जिसमें टिकावन नहीं दिया जाता है. छत्तीसगढ़ में दहेज प्रथा नहीं थी, लेकिन एक दहेज नाम का 'दानव' आया जिसके कारण समाज को बहुत नुकसान हुआ है.'