ETV Bharat / state

4 महीने से तैयार कोविड 19 कोच बेकार पड़ी, कोरोना से जंग में नहीं हुआ इसका इस्तेमाल

author img

By

Published : Aug 16, 2020, 5:05 PM IST

रेलवे विभाग के कर्मचारियों ने दिन-रात मेहनत कर कोरोना मरीजों के लिए कोविड 19 कोच तैयार किए थे. लेकिन 4 महीने से ये कोच बेकार पड़े हैं. इसका इस्तेमाल कोरोना से जंग में नहीं किया गया.

train
4 महीने से खाली पड़े हैं कोविड 19 कोच

रायपुर : 4 महीने पहले रायपुर रेल मंडल ने लाखों रुपए खर्च कर 55 कोचों का आइसोलेशन वार्ड तैयार किया था. लेकिन लंबे समय के बाद भी इस कोविड 19 कोच का इस्तेमाल नहीं हुआ. अब तक इन कोचों को कोरोना संकट में इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है. इन आइसोलेशन वार्ड कोच में लाखों रुपए के कीमती चिकित्सा उपकरण भी लगाए गए हैं. 4 महीने से इसका इस्तेमाल नहीं किया गया है. इस वजह से कोच के अंदर पड़े इन उपकरणों के भी खराब होने की संभावना बढ़ गई है.

4 महीने से तैयार कोविड 19 कोच बेकार पड़े

रायपुर रेल स्टेशन पर ट्रेनों के 6 आइसोलेशन वार्ड कोच खड़े हैं. वहीं बाकि के 49 आइसोलेशन वार्ड कोच दुर्ग स्टेशन पर बेकार पड़े हैं. 4 महीने पहले ही रायपुर मंडल के रेलवे इंस्टीट्यूट , आरपीएफ बैरक को क्वॉरेंटाइन सेंटर में बदला गया है. इन दोनों क्वॉरेंटाइन सेंटर में मरीजों के लिए 112 बिस्तरों की सुविधा तैयार की गई थी. लेकिन अभी तक क्वॉरेंटाइन सेंटर का भी इस्तेमाल पूरी तरह से नहीं हो पाया है.

55 Isolation Ward coach stands at Raipur and Durg station
4 महीने से खाली पड़े हैं कोविड 19 कोच

पढ़ें : SPECIAL: कांकेर में हांफ रही 'पढ़ई तुंहर दुआर' योजना, बिना नेटवर्क डगमगा रहा बच्चों का भविष्य

55 आइसोलेशन वार्ड कोच का निर्माण

रायपुर रेल मंडल के पीआरआई शिव प्रसाद का कहना है कि कोरोना वायरस के बढ़ रहे संक्रमण को देखते हुए रायपुर रेल मंडल द्वारा 55 आइसोलेशन वार्ड कोच का निर्माण किया गया है. कोरोना से जंग में रेलवे ने चलित अस्पताल की व्यवस्था को तैयार किया था. लेकिन इसका इस्तेमाल नहीं हुआ है. जिसकी वजह से यह ट्रेनें खाली पड़ी है. ट्रेनों के आइसोलेशन वार्ड कोच की केंद्र सरकार या राज्य सरकार कहीं से भी डिमांड नहीं की गई है. इसी वजह से कोरोना मरीजों के लिए तैयार आइसोलेशन वार्ड वाली ट्रेन की बोगियों स्टेशनों पर खड़ी हुई है.

रायपुर : 4 महीने पहले रायपुर रेल मंडल ने लाखों रुपए खर्च कर 55 कोचों का आइसोलेशन वार्ड तैयार किया था. लेकिन लंबे समय के बाद भी इस कोविड 19 कोच का इस्तेमाल नहीं हुआ. अब तक इन कोचों को कोरोना संकट में इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है. इन आइसोलेशन वार्ड कोच में लाखों रुपए के कीमती चिकित्सा उपकरण भी लगाए गए हैं. 4 महीने से इसका इस्तेमाल नहीं किया गया है. इस वजह से कोच के अंदर पड़े इन उपकरणों के भी खराब होने की संभावना बढ़ गई है.

4 महीने से तैयार कोविड 19 कोच बेकार पड़े

रायपुर रेल स्टेशन पर ट्रेनों के 6 आइसोलेशन वार्ड कोच खड़े हैं. वहीं बाकि के 49 आइसोलेशन वार्ड कोच दुर्ग स्टेशन पर बेकार पड़े हैं. 4 महीने पहले ही रायपुर मंडल के रेलवे इंस्टीट्यूट , आरपीएफ बैरक को क्वॉरेंटाइन सेंटर में बदला गया है. इन दोनों क्वॉरेंटाइन सेंटर में मरीजों के लिए 112 बिस्तरों की सुविधा तैयार की गई थी. लेकिन अभी तक क्वॉरेंटाइन सेंटर का भी इस्तेमाल पूरी तरह से नहीं हो पाया है.

55 Isolation Ward coach stands at Raipur and Durg station
4 महीने से खाली पड़े हैं कोविड 19 कोच

पढ़ें : SPECIAL: कांकेर में हांफ रही 'पढ़ई तुंहर दुआर' योजना, बिना नेटवर्क डगमगा रहा बच्चों का भविष्य

55 आइसोलेशन वार्ड कोच का निर्माण

रायपुर रेल मंडल के पीआरआई शिव प्रसाद का कहना है कि कोरोना वायरस के बढ़ रहे संक्रमण को देखते हुए रायपुर रेल मंडल द्वारा 55 आइसोलेशन वार्ड कोच का निर्माण किया गया है. कोरोना से जंग में रेलवे ने चलित अस्पताल की व्यवस्था को तैयार किया था. लेकिन इसका इस्तेमाल नहीं हुआ है. जिसकी वजह से यह ट्रेनें खाली पड़ी है. ट्रेनों के आइसोलेशन वार्ड कोच की केंद्र सरकार या राज्य सरकार कहीं से भी डिमांड नहीं की गई है. इसी वजह से कोरोना मरीजों के लिए तैयार आइसोलेशन वार्ड वाली ट्रेन की बोगियों स्टेशनों पर खड़ी हुई है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.