रायगढ़: रायगढ़ नगर निगम में बीजेपी की तरफ से अमृत जानकी काटजू महापौर के खिलाफ लाया गया अविश्वास प्रस्ताव गिर गया है. रायगढ़ म्युनिसिपल कॉरपोरेशन में बीजेपी पार्षद और नेता प्रतिपक्ष पूनम सोलंकी ने यह अविश्वास प्रस्ताव को लाने का काम किया था. 31 अगस्त को अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था. जिस पर 15 सितंबर को चर्चा होनी थी. लेकिन इस नो कॉन्फिडेंस मोशन में बीजेपी के पास संख्या बल नहीं था. जिससे यह अविश्वास प्रस्ताव गिर गया
बीजेपी ने महापौर पर लगाए गंभीर आरोप (NO Confidence Motion Against Raigarh Mayor ): बीजेपी ने रायगढ़ नगर निगम के महापौर अमृत जानकी काटजू पर अविश्वास प्रस्ताव को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं. बीजेपी की तरफ से नेता प्रतिपक्ष पूनम सोलंकी में शहर में विकास कार्यों की अनदेखी का आरोप लगाया था. बीजेपी का आरोप है कि महापौर शहर के विकास कार्यों को लेकर गंभीर नहीं है. जिसकी वजह से शहर में एक भी विकास कार्य नहीं हो पाया है.
कांग्रेस ने बीजेपी पर स्वार्थ की राजनीति का लगाया आरोप: इस पूरे मामले में कांग्रेस ने बीजेपी पर स्वार्थ की राजनीति का आरोप लगाया है. बीजेपी अपने कुनबे को एकजुट भी नहीं रख पाई है. बीजेपी के कुल 21 पार्षदों में सिर्फ 18 पार्षद ही आ सके. बीजेपी कांग्रेस के पार्षदों को लेकर गलत आरोप लगा रही है कि कांग्रेस के पार्षदों में नाराजगी है. जो बीजेपी का साथ दे रहे हैं. लेकिन बीजेपी के नेता प्रतिपक्ष ने ऐसा कर रायगढ़ की जनता को गुमराह करने का काम कर रही है.
'भारतीय जनता पार्टी के एक पार्षद ने बीजेपी का दामन थामा है. इस विधायक ने रायगढ़ विधायक के साथ रायपुर जाकर, मुख्यमंत्री के सामने कांग्रेस में प्रवेश किया है. बीजेपी नेताओं को अपने गिरेबान में झांककर देखना चाहिए. बीजेपी रायगढ़ नगर निगम में खुद टुकड़ों में बंटी है": अनिल शुक्ला, कांग्रेस नेता
कांग्रेस नेताओं ने बीजेपी और नेता प्रतिपक्ष पर संकुचित मानसिकता के तहत काम करने का आरोप लगाया है. अब देखना होगा कि इस पूरे मसले पर बीजेपी की तरफ से क्या प्रतिक्रिया आती है.