रायगढ़ : रायगढ़ चिटफंड कंपनी निर्मल इंफ्राहोम कारपोरेशन लिमिटेड के 8 में से 6 को डायरेक्टर्स को रायगढ़ पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. दो आरोपी में एक की 2015 में मौत हो गई है. जबकि दूसरा पैरोल पर रिहा होने के बाद फरार हो गया था. आरोपियों पर देश के अन्य प्रदेशों को मिलाकर करीब 400 करोड़ की धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है.
रायगढ़ में एक करोड़ 75 लाख रुपए की ठगी
इन आरोपियों ने रायगढ़ में एक करोड़ 75 लाख रुपए की ठगी की है. सभी आरोपी ओडिशा के भुनेश्वर सीबीआई जेल में बंद थे. उन सभी को रायगढ़ के सीजेएम कोर्ट से प्रोडक्शन वारंट जारी करा कर रायगढ़ लाया गया है. आरोपियों की संपत्ति की जांच की जा रही है, जिससे आगे चलकर निवेशकों का पैसा वापस कराया जाएगा. रायगढ़ की 17 निवेशकों ने 6 फरवरी 2019 को चिटफंड कंपनी के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया था.
6 साल में रकम दोगुनी करने का दिया झांसा
रायगढ़ कोतवाली पुलिस ने चिटफंड कंपनी के फरार डायरेक्टर को ओडिशा के भुनेश्वर सीबीआई जेल से सीजेएम कोर्ट रायगढ़ से प्रोडक्शन वारंट जारी कराया. इसके बाद पुलिस टीम के साथ आरोपी डायरेक्टर आशीष चौहान, हरीश शर्मा, अभिषेक चौहान, प्रबल प्रताप सिंह, लखन सोनी, निरंजन रायसेन को रायगढ़ लाया गया. चिटफंड कंपनी पर रायगढ़ के ग्राम रायकेरा घरघोड़ा की रहने वाली धनमोती सिदार सहित 17 व्यक्तियों ने 6 अगस्त 2019 को रिपोर्ट दर्ज कराई थी. इसमें जिक्र था कि आरोपियों द्वारा इन्हें कम ब्याज दिया जाता है. जबकि उन लोगों को कहा गया था कि इनकी कंपनी में निवेश करने पर 6 साल में रकम दोगुनी हो जाएगी. तब उन लोगों ने रुपये निवेश किये थे.
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एक आरोपी की हो चुकी है मौत
चिटफंड कंपनी रायगढ़ के 17 लोगों के करीब 1 करोड़ 75 लाख रुपए निवेश कराकर कंपनी की शाखा बंद कर फरार हो गए थे. आरोपियों ने पुलिस को बताया कि निर्मल इंफ्राहोम कारपोरेशन लिमिटेड इंडिया के 2 डायरेक्टर में से एक शेयर होल्डर निर्मल देव चौहान की मौत 2015 में हो गई है. दूसरे आरोपी डायरेक्टर शेयर होल्डर फूलसिंह चौधरी भुवनेश्वर जेल से पैरोल पर रिहा होने के बाद फरार हो गया है. इस चिटफंड कंपनी निर्मल इंफ्राहोम कारपोरेशन लिमिटेड के डायरेक्टरों पर देश के 6 राज्यों में 55 केस दर्ज हैं. आरोपियों ने छत्तीसगढ़, ओडिशा, एमपी, राजस्थान और हरियाणा के निवेशकों के करीब 400 करोड़ रुपए का निवेश कराया था.