रायगढ़: देश में छत्तीसगढ़ में प्रदूषण के आंकड़े बेहद चिंताजनक होते जा रहे हैं. नासा की तरफ से किए गए सर्वे में इस बात का खुलासा हुआ है. छत्तीसगढ़ की फिजाओं में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है. प्रदेश के दो शहरों कोरबा और रायगढ़ का सबसे बुरा हाल है. दुनिया के 50 सबसे ज्यादा प्रदूषित शहरों में दोनों का नाम है.
प्रदूषण को लेकर सर्वे करने वाली संस्था ग्रीनपीस ने एक रिपोर्ट जारी की है जिसमें विश्व के टॉप 50 प्रदूषित शहरों में कोरबा 15वें और रायगढ़ 48वें स्थान पर है. ग्रीनपीस ने यह रिपोर्ट नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन यानि नासा के आंकड़ों के आधार पर तैयार की है.
धुएं और गंदे पानी से बढ़ा प्रदूषण
रायगढ़ में कल कारखानों से निकलने वाले धुएं और गंदे पानी की वजह से प्रदूषण लगातार बढ़ता जा रहा है. इसकी वजह से आए दिन लोग गंभीर बीमारियों की गिरफ्त में आते जा रहे हैं. लोगों को दमा, एलर्जी, कैंसर जैसी घातक बीमारियां हो रही है. जहरीली हवा से रोजाना 100 से ज्यादा लोग बीमारियों के गिरफ्त में आ रहे हैं. अस्पतालों में भीड़ लगी रहती है. क्या बच्चे, क्या जवान और क्या बूढ़े सभी लोग गंभीर बीमारियों के चपेट में आ रहे हैं.
जिम्मेदार नहीं सुन रहे परेशानी
स्थानीय लोगों का कहना है कि बढ़ते उद्योग के कारण जंगलों की कटाई हो गई है, जिससे लोगों को स्वच्छ हवा नहीं मिल रहा है. वहीं समाजसेवी का कहना है कि इन सबके लिए उद्योग ही जिम्मेदार नहीं है. जनप्रतिनिधि इस मुद्दे को नहीं उठा रहे हैं. न तो कलेक्टर सुन रहा है न कोई जनप्रतिनिधि इस ओर ध्यान दे रहे हैं, जिससे हालात और बुरे होते जा रहे हैं.
रायगढ़ और कोरबा के हालात जानलेवा
अगर समय रहते खतरनाक कल कारखानों और उद्योगों पर कार्रवाई नहीं की गई, तो आने वाले दिनों में रायगढ़ और कोरबा के हालात और जानलेवा हो सकते हैं. इसके अलावा पूरे राज्य की हवा जहरीली हो सकती है. ऐसे में सरकार को गंभीरता से इस मुद्दे पर सोचने और एक्शन लेने की जरूरत है. सरकार को लगातार हो रहे औद्योगीकरण को रोकने की जरूरत है.