रायगढ़: पूर्व कलेक्टर और भाजपा नेता ओपी चौधरी ने भूपेश सरकार बनने के एक साल बाद कांग्रेस के घोषणा पत्र को लेकर एक बार फिर घेरा है. चौधरी का कहना है कि 'छत्तीसगढ़ की जनता जिसे जय-वीरू (टीएस सिंहदेव और भूपेश बघेल) की जोड़ी कहती थी. उसी जय की लिखे वादे को वीरू ने सत्ता में आते ही दरकिनार कर दिया'.
दरअसल प्रदेश में विद्या मितान, शिक्षाकर्मी और अन्य कर्मियों को नियमित करने, वेतन विसंगति को लेकर विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में लिखा था. उन्होंने कहा था कि 'सरकार बनने के बाद 10 दिन के अंदर फैसला लिया जाएगा. लेकिन साल भर बीत जाने के बाद प्रदेश सरकार ने अनियमित कर्मचारियों के संबंध में कोई फैसला नहीं लिया'.
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घोषणा पत्र को लेकर उठा सवाल
भाजपा नेता ओपी चौधरी ने तंज कसते हुए कहा है कि, 'जय और वीरू की दोस्ती चुनाव से पहले तक ही थी. चुनाव जीतने के बाद जय के लिखे घोषणा पत्र को वीरू मान नहीं रहे हैं. कहीं न कहीं यह छत्तीसगढ़ की जनता का दुर्भाग्य है'.