बालोद: जिले के ग्राम पीपरछेड़ी में आज छात्रों और पालकों ने स्कूल में ताला लगा दिया. स्कूल के गेट में ताला लगाकर छात्र उसके सामने ही बैठे रहे और प्रदर्शन करने लगे. लंबे समय से छात्र स्कूल में शिक्षकों की मांग कर रहे हैं. शिक्षकों की मांग पूरी न होने के कारण मंगलवार को छात्र और उनके परिजनों ने स्कूल में ताला लगा दिया. पूरे मामले की जानकारी मिलने के बाद शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया. शिक्षा विभाग के अधिकारी सहित प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और बच्चों को पालकों को समझाने लगे.
शिक्षकों के लिए स्कूल में धरना: गांव के वरिष्ठ नागरिक कृष्णा राम साहू ने बताया कि स्कूल में लंबे समय से प्रमुख विषयों के शिक्षकों की कमी बनी हुई है. कई बार मांग करने के बावजूद प्रशासन और शिक्षा विभाग की तरफ से किसी तरह का ध्यान नहीं दिया गया. इसलिए मजबूरीवश उन्हें स्कूल में ताला जड़ना पड़ा. छात्र टीचर की मांग को लेकर हड़ताल पर है. जानकारी मिलने के बाद विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे हैं लेकिन संतोषपूर्ण जवाब नहीं मिलने से छात्रों और परिजनों में आक्रोश पनप रहा है.
नए भवन के टेंडर के बाद कैंसिल: गांव के उपसरपंच खेमराज गोस्वामी ने बताया कि 34 साल पहले से गांव में हाई स्कूल बना है लेकिन अब तक यहां पर भवन नहीं बन पाया है. लगातार मांग के बाद नए स्कूल भवन की स्वीकृति दी गई. लेकिन अब तक स्कूल भवन नहीं बना.
टीचर्स के 13 पोस्ट खाली: ग्रामीणों ने बताया कि यहां पर शिक्षकों के 13 पोस्ट खाली हैं. इस स्कूल में संस्कृत, हिंदी सहित दूसरे शिक्षकों की कमी है. छात्र नमन ने बताया कि सभी स्कूलों में शिक्षकों की कमी है. चाहे प्राथमिक हो, माध्यमिक हो या फिर हाई स्कूल सभी जगह शिक्षकों की कमी यहां पर है.
क्या कहता है प्रशासन: स्कूल में ताला लगाने की खबर मिलने के बाद शिक्षा विभाग के साथ अनुविभागीय अधिकारी राजस्व भी मौके पर पहुंचे. एसडीएम प्रतिमा ठाकरे ने कहा कि दो टीचर्स की तत्काल व्यवस्था कर दी गई है. बाकी के शिक्षकों की कमी भी पूरी कर ली जाएगी. उन्होंने कहा कि भवन निर्माण शासन स्तर का मामला है. भवन निर्माण के लिए जो स्वीकृत है उसके लिए कार्य योजना बनाई जा रही है. जिला शिक्षा अधिकारी पीसी मरकले ने भी प्रारंभिक शिक्षक व्यवस्था सुचारू रूप से संचालित करने के लिए व्यवस्था बनाए जाने की बात कही तब जाकर ग्रामीणों और छात्रों ने हड़ताल खत्म किया.