वर्तमान परिदृश्य और मीडिया की जिम्मेदारी पर हुई परिचर्चा में कई वरिष्ठ पत्रकार शामिल हुए. मीडिया से बात करते हुए वरिष्ठ पत्रकार ओम थानवी ने कहा कि 'समाज और राजनीति में कई तरह के संकट आते रहते हैं और भारत भी एक अजीब तरह के संकट से गुजर रहा है'. कुछ दिन पहले भारत और पाकिस्तान के बीच हुई तकरार को लेकर उन्होंने कहा कि 'पत्रकारिता की साख इमानदारी, निष्पक्षता, तटस्थता की पड़ताल और पहचान होनी चाहिए'.
'किसी के पास नहीं है प्रमाण'
इस दौरान उन्होंने कहा कि, 'भारत और पाकिस्तान के बीच हुई तकरार में 350 आतंकियों को मार गिराने के जो बात कही जा रही है, उसका कोई प्रमाण या तथ्य ना ही मीडिया के पास है ना ही सरकार और ना ही वायुसेना के पास'.
'अखबारों ने जो दिखाया लोगों ने भरोसा किया'
ओम ने कहा कि 'बावजूद इसके टीवी और अखबारों ने जो दिखाया उसी पर लोगों ने भरोसा किया'. उन्होंने कहा कि 'विदेशी एजेंसी ने एक व्यक्ति के मरने और कौवा मारने जैसी बात भी कही हैं. ऐसे में किसी भी खबर में मीडिया के पास तथ्य और प्रमाण होने चाहिए.'