रायगढ़ : भरोसे का सम्मेलन में सीएम भूपेश बघेल ने जहां राज्य के मुद्दों और योजनाओं को लेकर बीजेपी पर हमला बोला.वहीं मल्लिकार्जुन खड़गे ने पीएम मोदी को निशाने पर लिया. मल्लिकार्जुन खड़गे ने दावा किया जहां-जहां पीएम मोदी गए वहां-वहां कांग्रेस की सरकार आई. इस दौरान खड़गे ने आरोप लगाए कि दूसरे राज्यों के मुख्यमंत्रियों को केंद्र से धमकी मिलती है कि साथ काम नहीं करने पर ईडी और आईटी के छापे पड़ेंगे.मोदी सिर्फ अच्छे इंस्टीट्यूशन को खराब करने का काम कर रहे हैं.इसलिए छत्तीसगढ़ समेत केंद्र में कांग्रेस की सरकार बनेगी.
दक्षिण में बीजेपी की दुकान बंद: मल्लिकार्जुन खड़गे ने अपने भाषण में बीजेपी के लिए दक्षिण फतह को नामुमकिन बताया. खड़गे की माने तो साउथ के दरवाजे बीजेपी के लिए पूरी तरह से बंद हो चुके हैं.
''तमिलनाडु में कुछ नहीं है. कर्नाटक में कुछ नहीं है. केरला में कुछ नहीं है. तेलंगाना में भी कुछ नहीं है. दक्षिण के दरवाजे में बीजेपी को रोक दिया गया है. यहां अलीगढ़ का ताला लग गया है बीजेपी के लिए. दक्षिण में इनकी दुकान बंद हो गई है. आप लोग छत्तीसगढ़ में बघेल सरकार और कांग्रेस को मौका दीजिए.'' मल्लिकार्जुन खड़गे, राष्ट्रीय अध्यक्ष, कांग्रेस
क्यों खड़गे ने दक्षिण को लेकर बीजेपी पर साधा निशाना : आपको बता दें कि मल्लिकार्जुन खड़गे ने दक्षिण की बात यूं ही सभा में नहीं की.हकीकत यही है कि राष्ट्रीय स्तर की बीजेपी के लिए दक्षिण में पांव जमाना आज भी कठिन है.कर्नाटक चुनाव हारने के बाद बीजेपी के पास दक्षिण का एक भी राज्य नहीं है. आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और केरल जैसे राज्यों में बीजेपी आधारहीन है. तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और केरल में बीजेपी एक भी लोकसभा सीट नहीं जीत सकी.वहीं आंध्रप्रदेश और केरल विधानसभा में एक भी फूल नहीं खिला.
बीजेपी के लिए दक्षिण क्यों है जरूरी ? : दक्षिण भारत के 6 राज्यों में 130 लोकसभा सीटें हैं. जिसमें से अभी केवल 29 सीटें बीजेपी के पास हैं. उसमें से भी अकेली 25 सीटें कर्नाटक की हैं.इसके बाद नंबर आता है तेलंगाना का जहां बीजेपी ने पिछले लोकसभा इलेक्शन में चार सीटें जीती थीं.ऐसे में तस्वीर साफ है कि तमिलनाडु,केरल,आंध्र प्रदेश और पुडुचेरी में बीजेपी की आज के समय क्या स्थिति है.जबकि ठीक इससे उलट उत्तर भारत के राज्यों में बीजेपी को बंपर सीटें मिली हैं.जहां क्षेत्रीय दल भी बीजेपी के कारण कमजोर हुए हैं. ऐसे में बीजेपी अब दक्षिण में ताकत लगाकर सीटें बढ़ाना चाहती हैं.ताकि यदि उत्तर भारत से सीटें कम हो तो दक्षिण से भरपाई हो सके.
दक्षिण में बीजेपी क्यों है कमजोर ? : दक्षिण भारत के 6 राज्यों कर्नाटक, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, केरल,कर्नाटक में बीजेपी की कहीं भी सरकार नहीं हैं. सिर्फ पुडुचेरी में ही बीजेपी गठबंधन के साथ सत्ता में है.कर्नाटक और तेलंगाना को छोड़ दिया जाए दक्षिण के किसी भी राज्य में बीजेपी के पास बड़े कद का नेता नहीं है.ऐसे में बीजेपी के लिए बीएस येदुरप्पा जैसे नेताओं को दक्षिण में सबसे ज्यादा जरुरत है.जिनके बूते वो सत्ता में आती है.