रायगढ़: जिले में बीते साल की तुलना में बिजली कटौती कम हुई है, यह हम नहीं बल्कि रायगढ़वासी कह रहे हैं. असल में राजनीतिक गलियारे में इस बात की चर्चा है कि सरकार बदलते ही बिजली कटौती ज्यादा हो गई है. हालांकि बिजली विभाग के आंकड़े और लोगों की राय से यह बात साफ है कि बिजली विभाग के कटौती वर्क कमी की है.
पूरे प्रदेश में बिजली विभाग द्वारा बिजली कटौती से लोग परेशान हैं, लेकिन जिले में 2018 की तुलना में 2019 में बिजली कटौती कम हुई है. विभाग के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर गुंजन शर्मा का कहना है कि अगर आंकड़े की बात करें, तो बीते साल की तुलना केवल एक तिहाई बिजली कटौती हुई है. इस बार कटौती का मुख्य कारण बिजली के तार में बड़े पेड़, होर्डिंग्स के गिरने से टूटे तार को मेंटेनेंस के लिए बिजली बंद किया गया है.
क्या कह रहे हैं लोग
वहीं आम लोगों का भी कहना है कि बीते दो-तीन दिन से कटौती कुछ ज्यादा हुई है, लेकिन अगर बीते साल के मई-जून की बात करें, तो इस बार बिजली कटौती कम हुई है. लोग भी इस बात से वाकिफ हैं कि आंधी-तूफान की वजह से विभाग बिजली कटौती करता है.
763 मिनट ही काटी गई बिजली
विभाग के आंकड़े के अनुसार जनवरी 2018 से मई 2018 तक 33KV बिजली में कुल 2839 मिनट की कटौती हुई थी और इसका मुख्य कारण भारी बारिश के साथ तेज हवा रहा. इस बार 2019 के जनवरी से मई तक 33KV के लाइन में तेज आंधी तूफान और बारिश की वजह से केवल 763 मिनट ही बिजली काटी गई. यह आंकड़े पूरे जिले में सुधरे हैं और बिजली की कटौती में कमी आई है.