रायगढ़: धान खरीदी को लेकर खाद्य विभाग पूरी तरह से नियमों के पालन को लेकर कड़ाई बरतने की तैयारी में है. राज्य सरकार की धान समर्थन मूल्य और बोनस नीति की वजह से जिले में पिछले साल धान की बंपर खरीदी हुई थी. पिछली धान खरीदी के दौरान जिले में 87 हजार से अधिक किसानों ने धान का विक्रय किया था. जब खरीदी के बाद जांच शुरु हुई, तो पता चला कि कई ऐसे लोगों ने भी धान का विक्रय किया है. जिनके पास धान बेचने का अधिकार ही नहीं है. दरअसल ऐसे लोगों ने भूमिहीन किसानों के नाम पर कार्ड बनवाया है.
खुलासे के बाद खाद्य विभाग कार्रवाई की तैयारी में है. जिला खाद्य अधिकारी का कहना है कि जांच में पता चला है कि जिले में 6834 लघुसीमांत किसान हैं, जिन्होंने शासन की लीमिट 36 क्विंटल से अधिक धान बेचा है. जबकि 8074 सीमांत किसान हैं जिन्होंने तय लीमिट 75 क्विंटल से भी अधिक धान बेचा है. इतना ही नहीं कई भूमिहीन किसानों के नाम भी सूची में शामिल हैं.
पढ़ें: कोरिया: रमदहा वाटरफॉल में डूबे लड़के का तीन दिन बाद मिला शव, मध्यप्रदेश से पिकनिक मनाने आया था
शासन के निर्देश के बाद हुई जांच
शासन के निर्देश पर भौतिक सत्यापन किया गया. इस दौरान गड़बड़ी सामने आई है. जिले के करीब 15 हजार किसानों के राशन कार्ड निरस्त करने की कार्रवाई की जा रही है. अधिकारियों का कहना है कि किसानों का पंजीयन निरस्त करने की कार्रवाई भी की जाएगी. पटवारी इन दिनों मौके पर जाकर किसानों की फसल भी देख रहे हैं. साथ ही धान और अन्य फसलों की जांच भी की जा रही है. कुछ दिनों पहले ही गिरदावरी का कार्य भी कराया जा रहा था.