रायपुर: नए साल के जश्न और खुशियों के बीच छत्तीसगढ़ में सहायक शिक्षकों की नौकरी चली गई. 31 दिसंबर की देर रात शिक्षा विभाग ने सभी 2900 शिक्षकों की बर्खास्तगी का आदेश जारी कर दिया. इसके बाद सुबह से सहायक शिक्षकों का रायपुर में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया. रायपुर के बीजेपी कार्यालय में बुधवार की सुबह करीब 11 बजे शिक्षकों का दल पहुंचा और विरोध प्रदर्शन करने लगा. बीजेपी कार्यालय के भीतर शिक्षकों ने धरना प्रदर्शन किया.
शिक्षकों के प्रदर्शन पर केस दर्ज: शिक्षकों के विरोध प्रदर्शन को लेकर रायपुर के माना थाने में केस दर्ज किया गया है. जिसमें 30 बीएड सहायक शिक्षकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है. रायपुर पुलिस ने धारा 151 के तहत प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की है. इस बात की जानकारी रायपुर पुलिस की तरफ से दी गई है. रायपुर के माना थाना प्रभारी ने मुकदमे और केस की जानकारी दी है.
शिक्षक अपनी मांग को लेकर के भाजपा प्रदेश कार्यालय में आए. यहां पर इस तरह के किसी भी धरना प्रदर्शन की मंजूरी नहीं दी गई. शिक्षकों की संख्या 1000 से अधिक थी. पुलिस ने उन लोगों को वहां से शांतिपूर्वक ढंग से बाहर निकाल दिया. कुछ ऐसे लोग थे जिन लोगों ने वहां पर विधि व्यवस्था के मद्देनजर थोड़ी सी अव्यवस्था पैदा की थी. इसी मामले में 30 B.Ed डिग्रीधारी सहायक शिक्षकों के खिलाफ धारा 151 के तहत प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की गई है.-भावेश गौतम, माना थाना प्रभारी
सहायक शिक्षकों को किया गया बर्खास्त: 31 दिसंबर 2024 को सहायक शिक्षकों के खिलाफ सरकार ने आदेश जारी किया. सहायक शिक्षकों की बर्खास्तगी की गई. करीब 2900 शिक्षकों पर टर्मिनेशन की गाज गिरी है. उसके बाद शिक्षकों ने विरोध प्रदर्शन किया. जिसके बाद इस मामले ने तूल पकड़ लिया. सहायक शिक्षकों ने रायपुर बीजेपी दफ्तर के बाहर विरोध प्रदर्शन किया. इस केस में अब मुकदमा दर्ज किया गया है.