रायगढ़: जिले के सारंगढ़ में खाद्य खरीदी करने वाले लघु और सीमान्त किसानों को ठगा जा रहा है. यूरिया की कालाबाजारी सारंगढ़ से सरिया तक धड़ल्ले से जारी है. खाद्य विभाग सहित पुलिस इन कालाबाजारी करने वालों को नहीं रोक रही है, जिसके कारण रोजाना किसानों को मोटी चपत लग रही है. यूरिया को निर्धारित कीमत पर न बेचकर दुकानदार किसानों की मजबूरियों का फायदा उठा रहे है.
सारंगढ के बड़े व्यापारी और यूरिया के इस काले खेल में सरिया, बरमकेला के कुछ व्यापारी का तगड़ा कनेक्शन है. लोगों का आरोप है कि सारंगढ़ और सरिया के कुछ व्यापारी आपस में मिलकर यूरिया की कालाबाजारी कर रहे हैं.
छोटे व्यापारियों की भी जारी है मनमर्जी
जानकारी के मुताबिक सारंगढ में एक-दो बड़े व्यापारी ब्लैक मार्केटिंग करते हुए यूरिया ऊंचे दाम पर बेच रहे हैं, जिसके कारण छोटे व्यवसायियों को भी उसी के हिसाब से ब्लैक मार्केटिंग का हिस्सेदार बन कर उसी दाम पर यूरिया बेचना पड़ रहा है.
अधिक कीमतों पर बेचा जा रहा है यूरिया
कई व्यापारी स्टॉक में यूरिया रखे हुए हैं. बावजूद किसानों को अधिक रेट में यूरिया बेचा जा रहा है. किसानों को फसलों के लिए बढ़े हुए रेट में ही खाद्य लेना पड़ रहा है
जिम्मेदार अधिकारी मौन
कृत्रिम रूप से खाद की किल्लत बनाते हुए यूरिया को ऊंचे दाम पर बेचा जा रहा है, जिसकी चर्चा पूरे क्षेत्र में है. इसके बावजूद अब तक जिम्मेदार अधिकारी मौन हैं और काला धंधे करने वालों के खिलाफ किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई है. सेवा सहकारी समिति की बात करें तो यहां यूरिया का रेट लगभग 270 रुपये है, लेकिन यही यूरिया बाजार में 400 से 420 रुपये की रेट में बेचा जा रहा है. अब देखना ये हो गया इस धंधे पर जिम्मेदार कब तक लगाम लगा पाते हैं.