रायगढ़: आज भारतीय जनता पार्टी के पदाधिकारी और नेता भाजपा कार्यालय से रैली निकालकर थाने के सामने धरने पर बैठ गए. उनका कहना था कि भाजपा के जिलाध्यक्ष उमेश अग्रवाल के खिलाफ झूठी एफआईआर दर्ज की गई है. बीजेपी नेता ओपी चौधरी ने कहा कि मामले की निष्पक्ष जांच हो, लेकिन कोतवाली पुलिस द्वारा बिना किसी जांच के राजनैतिक दबाव में आकर जिला भाजपा अध्यक्ष उमेश अग्रवाल पर झूठी एफआईआर दर्ज की गई है, जो कि दुर्भाग्यजनक है.
ऐसे टीआई को तत्काल निलंबित किया जाये. वहीं, दर्ज झूठी एफआईआर को तत्काल निरस्त किया जाए. पार्टी के कुछ नेताओं ने कहा कि आगामी दिनों में भारतीय जनता पार्टी उग्र आंदोलन करेगी. लैलूंगा कि पूर्व विधायिका सुनीति सत्यानंद राठिया ने कहा कि यह दुर्भाग्य जनक है कि बीजेपी जिलाध्यक्ष को झूठे मामले में फंसाया जा रहा है. इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए. साथ ही ये मामला राजनीतिक से प्रेरित लगता है क्योंकि हम लोग विपक्ष में हैं. यह सत्तारूढ़ पार्टी के कुछ लोगों का हाथ भी हो सकता है.
क्या था मामला: पीड़िता युवती ने शिकायत में कहा है कि कुछ माह पूर्व पिता के निधन के बाद घर की माली हालत खराब हो गई. युवती ने इस बारे में जिला अध्यक्ष उमेश अग्रवाल को बताया और काम दिलवाने की बात कही. युवती का आरोप है कि उमेश अग्रवाल ने उसे अकेले पार्टी कार्यालय आने को कहा. 2 जून 2021 की सुबह 11 बजे महिला भाजपा कार्यालय पहुंची. उमेश अग्रवाल ने अपने कक्ष में महिला के हाथ में 5 हजार रू.नगद दिए. कई आपत्तिजनक बातें कहीं.
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युवती का आरोप है कि जबरन उसके हाथों को पकड़कर छेड़छाड़ करने लगा. इस हरकत से वो डर गई और पैसे फेंक कर भाग गई. युवती ने अपनी आपबीती संगठन की कुछ महिला सदस्यों को बताया, तो उन्होंने कहा कि उमेश अग्रवाल पैसे वाला है इसके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराओगी तो कुछ नहीं होगा. पीड़िता को इनकी बात सुनकर बहुत ही आश्चर्य हुआ. लेकिन कुछ दिनों से जिला भाजपा अध्यक्ष फेसबुक और व्हाट्सएप में पीड़िता के खिलाफ कुछ ना कुछ बोल रहे थे. जिससे पीड़ित महिला ने ठान लिया कि इन्हें इनकी करतूत की सजा जरूर दिला कर रहेंगी.