रायगढ़: जिले में गरीबों के इलाज के लिए पुरानी बीजेपी की सरकार द्वारा बनाए गए करीब तीन लाख आयुष्मान कार्ड अब बेकार हो गए हैं. इसे अब न उपयोग किया जा सकता है और ना ही लौटाया जा सकता है. इसके पीछे कांग्रेस सरकार की नई योजना है. कांग्रेस आयुष्मान भारत योजना को बंद कर यूनिवर्सल हेल्थ स्कीम लागू करने की तैयारी में है. ऐसे में आयुष्मान कार्ड की लॉट सीएमएचओ दफ्तर में बेकार पड़ी हुई है. विधानसभा चुनाव से पहले छप चुके इन कार्ड्स को सत्ता में आई कांग्रेस ने वापस लेने से भी इनकार कर दिया है.
यूनिवर्सल हेल्थ स्कीम में आयुष्मान योजना के तहत बने कार्ड से जिले के 26 अस्पतालों में मुफ्त इलाज होना था. वर्तमान में कांग्रेस ने यूनिवर्सल हेल्थ स्कीम को पायलट प्रोजेक्ट की तरह शुरू किया गया है. मगर इस योजना को सभी स्वास्थ्य केंद्रों और मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में लागू करना आसान नहीं है. इस योजना को लेकर अभी सरकार के मंत्री और विधायक पूरी तरह से संतुष्ट नहीं दिख रहे हैं.
अधिकारियों का कहना है कि वमान में जो कार्ड चल रहे हैं उसे बंद करने का निर्देश नहीं आया है. इन सभी कार्ड्स को आयुष्मान मित्र अभी आधार से लिंक किया जा रहा है. इसके बाद सभी कार्ड को गोल्डन कार्ड के रूप में परिवर्तित किया जाएगा.
आयुष्मान कार्ड से इन अस्पतालों में होगा इलाज-
- जिंदल फोर्टिक्स
- पतरापाली गंगा नर्सिंग होम
- गंगा स्मार्ट हॉस्पिटल
- आरआर हॉस्पिटल
- अपेक्स हॉस्पिटल
- संजीवनी नर्सिंग होम
- हरिकिशन संजीवनी हॉस्पिटल
- खरसिया बालाजी
- मेट्रो फेयर अशर्फी देवी हॉस्पिटल
- सिटी हॉस्पिटल
- जनक हॉस्पिटल
- सिद्धेश्वर नेत्रालय
- कान्हा हॉस्पिटल
- सिटी डेंटल केयर
- रामा डेंटल केयर
- किशन हॉस्पिटल
- जिंदल वनांचल केयर हॉस्पिटल
- लोकेश हॉस्पिटल