रायगढ़: प्रदेश में लॉकडाउन के दौरान पुलिस के कई मानवीय चहरे सामने आए हैं. लेकिन रायगढ़ में पुलिस पर दो लोगों की पिटाई का आरोप लगा है. पुलिस पर जिन लोगों को पीटने का आरोप लगा है, इनमें से एक व्यक्ति को एक दिखाई देना बंद हो गया है.
पुलिस पर आरोप है कि लॉकडाउन के दौरान 2 लोगों की पिटाई की गई. जिसमें एक युवक का हाथ टूट गया. साथ ही दूसरे की एक आंख की रोशनी चली गई है. सारंगढ़ अनुविभाग के पुलिस अधिकारी का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है.
पुलिस की पिटाई से युवक की जिंदगी तबाह
युवक ने बताया कि पहला मामला 26 मार्च का है. सारंगढ़ थाना क्षेत्र के कटेकोनी निवासी प्रमोद कुर्रे को पुलिस ने घर से बाहर निकलने की वजह से पीट दिया. जिससे उसके आंख में चोट आई है. एक आंख से दिखना बंद हो गया है. प्रमोद ने बताया कि वह सोसाइटी में राशन वितरण के लिए काम करता है. और उसी काम को पूरा करके वह घर लौट रहा था. तभी पुलिस जवानों ने उसे घेर कर उसकी पिटाई कर दी. बता दें कि प्रमोद के 2 बच्चे हैं. वह परिवार में इकलौता कमाने वाला है.
दूसरा मामला 22 अप्रैल का है जब सारंगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम भंवरपुर के सियाराम कोसले सारंगढ़ गैस डलवाने गया था. सियाराम का आरोप है कि उसी दौरान सारंगढ़ थाना प्रभारी आशीष वासनिक ने उसे बाहर निकलने की वजह से पीट दिया था. जिससे उसके कलाई की हड्डी में फ्रैक्चर हो गई है.
शिकायत पर जांच
मामले की अनुविभागीय शिकायत के बाद एसडीओपी जितेंद्र खुंटे ने जांच और दोषी पाए जाने पर संबंधित अधिकारी के उपर कार्रवाई की बात कही है.