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ट्रैफिक पुलिस ने कलेक्ट्रेट में यातायात जागरूकता अभियान चलाया - मृत्यु दर

सड़क दुर्घटनाओं को ध्यान में रखते हुए ट्रैफिक पुलिस ने यातायात जागरूकता की पहल की है. सरकारी कर्मचारियों के लिए अनिवार्य रुप से हेलमेट पहनने के निर्देश दिए हैं.

यातायात जागरुकता अभियान
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Published : Jul 19, 2019, 8:51 PM IST

Updated : Jul 19, 2019, 9:26 PM IST

नारायणपुर: जिले में बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं को देखते हुए ट्रैफिक पुलिस ने एक तरीका निकाला है. इससे रोड एक्सीडेंट से मृत्यु दर कम होने की संभावना है. इस तरीके से लोगों को मजबूरन हेलमेट पहनकर गाड़ी चलाना पड़ता है.

कलेक्ट्रेट में यातायात जागरूकता अभियान
मोहित गर्ग, पुलिस अधिक्षक के निर्देश पर ट्रैफिक पुलिस ने यह कदम उठाया है कि अब से सारे सरकारी कर्मचारियों को बिना हेलमेट पहने अंदर नहीं आने दिया जाएगा. जो नियम का पालन न करे उसे वापस हेसमेट लेने भेज दिया जाता है. सारे ऑफिस एक ही क्षेत्र में होने के कारण ट्रैफिक पुलिस ने कलेक्ट्रेट के सामने ही यातायात जागरूकता करते हुए वहां आने वाले लोगों को भी हेलमेट लगाने की सलाह दी है.

नाबालिकों को गाड़ी न चलाने को दी सलाह
सबसे ज्यादा रोड एक्सीडेंट मोटरसाइकिल चलाने के दौरान होती है, जिसकी लिए यह जागरूकता फैलाई जा रही है. इसके साथ ही नाबालिक बच्चों को भी गाड़ी न चलाने की और 16 साल से अधिक वाले नाबालिगों को लाइसेंस बनवाने की बात कही है.

नारायणपुर: जिले में बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं को देखते हुए ट्रैफिक पुलिस ने एक तरीका निकाला है. इससे रोड एक्सीडेंट से मृत्यु दर कम होने की संभावना है. इस तरीके से लोगों को मजबूरन हेलमेट पहनकर गाड़ी चलाना पड़ता है.

कलेक्ट्रेट में यातायात जागरूकता अभियान
मोहित गर्ग, पुलिस अधिक्षक के निर्देश पर ट्रैफिक पुलिस ने यह कदम उठाया है कि अब से सारे सरकारी कर्मचारियों को बिना हेलमेट पहने अंदर नहीं आने दिया जाएगा. जो नियम का पालन न करे उसे वापस हेसमेट लेने भेज दिया जाता है. सारे ऑफिस एक ही क्षेत्र में होने के कारण ट्रैफिक पुलिस ने कलेक्ट्रेट के सामने ही यातायात जागरूकता करते हुए वहां आने वाले लोगों को भी हेलमेट लगाने की सलाह दी है.

नाबालिकों को गाड़ी न चलाने को दी सलाह
सबसे ज्यादा रोड एक्सीडेंट मोटरसाइकिल चलाने के दौरान होती है, जिसकी लिए यह जागरूकता फैलाई जा रही है. इसके साथ ही नाबालिक बच्चों को भी गाड़ी न चलाने की और 16 साल से अधिक वाले नाबालिगों को लाइसेंस बनवाने की बात कही है.

Intro:cg_bls_bearattack_1907_CGC10013

बिलासपुर मरवाही वन मंडल के मेदुका बरवासन गांव में भालू के दल ने एक ग्रामीण पर हमला कर दिया गंभीर रूप से घायल भालू को इलाज के लिए गौरेला के सैंटोरिया एमसीएच अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां डॉक्टरों ने 21 टांके घायल युवक केसर पर लगाया है वन विभाग और ग्रामीणों की मदद से भालू को जंगल की ओर खदेड़ दिया गया है और गांव में मुनादी कर लोगों को सतर्क रहने की चेतावनी दी जा रही है


Body:cg_bls_bearattack_1907_CGC10013

पूरा मामला मरवाही वन परिक्षेत्र के बरवासन मेंडूका गांव का है जो अत्यंत भालू प्रभावित क्षेत्र है आज सुबह जब गांव के रहने वाले सत्यनारायण काशीपुरी अपने घर का दरवाजा बाड़ी की और खोला और शौच के लिए जाने को जैसे ही निकला उसकी नजर बाड़ी के पीछे भालुओ के समूह पर पड़ी जिसके बाद तत्काल सत्यनारायण अपने बड़े बेटे को जिसकी उम्र लगभग 12 साल है उसे घर के अंदर किया और भागते हुए घर की तरफ भाग ही रहा था कि अचानक पेड़ पौधे में उसका पैर फंस गया और वह गिर गया जिसके बाद दो भालू ने सत्यनारायण के ऊपर हमला बोल दिया सत्यनारायण तभी एक पत्थर से भालू के ऊपर हमला किया और आसपास के ग्रामीणों के द्वारा शोर मचाने की आवाज सुनकर भालू वहां से भाग गए जिसके बाद ग्रामीणों की मदद से सत्यनारायण को गौरेला के एमसीएच हॉस्पिटल लाया गया स्तयनारायण के सर पर गंभीर चोट आई है 21 टांके डॉक्टरों ने सत्यनारायण के सर पर लगाई और उसे खतरे से बाहर बता रहे हैं वही गांव में भालुओ के घुसे होने की खबर मिलते ही वन विभाग की टीम और ग्रामीणों की मदद से भालुओ को गांव से खदेड़ दिया गया है तो आस-पास के गांव में कोटवार से मुनादी कराकर लोगों को सतर्क रहने की चेतावनी भी वन विभाग के द्वारा दी जा रही है लगभग 1 घंटे तक भालू की मौजूदगी गांव के आसपास होने के चलते ग्रामीणों में दहशत का माहौल था।


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बाइट चूड़ामणि प्रजापति घायल ग्रामीण के साथी

बाइट रामनरेश तिवारी फॉरेस्टर
Last Updated : Jul 19, 2019, 9:26 PM IST
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