नारायणपुर: Protest against police in Narayanpur नारायणपुर के अबूझमाड़ में ग्रामीणों ने गुरुवार को थाने का घेराव किया. गांव वाले तीन सूत्रीय मांग लेकर बीते डेढ़ महीने से इकरभट्टी में प्रदर्शन कर रहे हैं. इस विरोध प्रदर्शन के दौरान 6 दिसंबर को 14 ग्रामीण कलेक्टर कार्यालय नारायणपुर पहुंचे. वे सभी लोग ज्ञापन देने आए थे. ग्रामीणों का आरोप है कि इसमें से पुलिस ने 14 ग्रीमीणों को गिरफ्तार कर लिया. जिसके विरोध में गुरुवार आठ दिसंबर को अबूझमाड़ के ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन किया और थाना कोतवाली नारायणपुर पहुंचकर थाने का घेराव किया. police action on villagers in Abujhmad
क्या है पूरा मामला : बीते 6 दिसंबर को प्रदर्शन के दौरान 14 ग्रामीण कोतवाली पुलिस थाने पहुंचे थे. अबूझमाड़ के इकरभट्टी में प्रदर्शन से जुड़े मामले में ग्रामीण कलेक्टर को ज्ञापन देने आए थे. इस दौरान पुलिस ने 14 ग्रामीण को गिरफ्तार कर लिया. फिर लोगों के विरोध पर 9 ग्रामीणों को 6 दिसंबर को पुलिस ने छोड़ दिया. लेकिन पांच ग्रामीणों को पुलिस ने नहीं छोड़ा. जिसकी रिहाई के लिए गांव वालों ने गुरुवार को थाने का घेराव किया.पांच ग्रामीणों को थाने में रखने के विरोध में आज कोतवाली थाने का घेराव कर ग्रामीणों को छोड़ने की मांग करने लगे ,काफी गहमागहमी के बाद कुछ ग्रामीण थाने के अंदर गए जहा उन्हें पूछताछ करने के बाद छोड़ने की बात कही गई. जिसके बाद ग्रामीण शांत हुए और थाने के सामने बस स्टैंड में ग्रामीणों को छोड़ने का इंतजार कर रहे थे. ताजा जानकारी मिलने तक ग्रामीणों के मुताबिक पुलिस ने तीन ग्रामीणों को छोड़ा है. जबकि दो को अब भी अपने साथ रखा है. Villagers protest against PESA in Abujhmad
गांव वालों ने सात ग्रामीणों की गिरफ्तारी का लगाया आरोप: ग्रामीणों का कहना है कि "अपनी मांगों का ज्ञापन देने कलेक्टर साहब के पास 7 ग्रामीण आए थे. जिन्हें पुलिस ने बेवजह पकड़ लिया है जिनको छुड़वाने के लिए 28 किलोमीटर इरकभट्टी से पैदल जिला मुख्यालय आए हैं. जब तक ग्रामीणों को नही छोड़ेंगे, हम नहीं जाएंगे. वहीं इस पूरे मामले पर पुलिस ने अब तक कोई बयान नहीं दिया है.
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एक घंटे तक नारायणपुर में चला ड्रामा: सैंकड़ों ग्रामीणो ने गुरुवार को कोतवाली थाने का घेराव कर अपने परिचितों को छुड़ाने की गुहार लगाई. गुरुवार को करीब 1 घंटे तक ग्रामीण पुलिस थाना कोतवाली के सामने खड़े होकर अपने परिचितों को छुड़ाने के लिए हल्लाबोल करते रहे. जिसके बाद पुलिस ने हल्लाबोल कर रहे ग्रामीणों को उनके परिचितों छोड़ने की समझाइश दी है.
डेढ़ महीने से अबूझमाड़ के ग्रामीण क्यों कर रहे प्रदर्शन: बीते डेढ़ महीने से नारायणपुर के ग्रामीण तीन सूत्रीय मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. इसमें मुख्य रूप से ये मांगें शामिल हैं.
- नए पेसा कानून को वापस लेने की मांग
- अबूझमाड़ में नए पुलिस कैंप ना खोले जाएं
- वन संरक्षण अधिनियम 2022 में बदलाव की मांग