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झारखंड के मजदूर का नारायणपुर जिला अस्पताल में सफल ऑपरेशन

लॉकडाउन में फंसे झारखंड के मरीज का इलाज जिला अस्पताल नारायणपुर में किया गया. मरीज को अपेंडिक्स की बीमारी थी जिसका इलाज किया गया. अब मरीज पूरे तरीके से स्वस्थ्य है.

Narayanpur District Hospital
नारायणपुर जिला अस्पताल
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Published : Apr 25, 2020, 10:35 PM IST

Updated : Apr 26, 2020, 11:27 AM IST

नारायणपुर : छत्तीसगढ़ में कोरोना वायरस संक्रमण के खिलाफ जंग लड़ने में डॉक्टर और स्वास्थयकर्मियों की भूमिका अहम है. ऐसे समय में भी जिला अस्पताल नारायणपुर की डॉक्टर आदित्य केक्ती (सर्जरी विशेषज्ञ ) मरीजों का इलाज कर रहे हैं. पहले सर्जरी के लिए लोगों को जगदलपुर और रायपुर जाना पड़ता था, लेकिन डॉ.आदित्य केक्ती जिला अस्पताल में लोगों का इलाज कर रहें हैं.

जिला अस्पताल नारायणपुर में ऑपरेशन
कोविड-19 महामारी के कारण पूरे देश में लॉकडाउन है. दूसरे कई राज्यों से काम करने आये मजदूर भी छत्तीसगढ़ में फंसे हैं. ऐसा ही मामला नारायणपुर जिले का है, जहां झारखंड राज्य से काम करने आये 32 मजदूर नारायणपुर में फंसे हैं. वह चाहकर भी वापस अपने घर नहीं जा पा रहे हैं, उन सब मजदूरों को जिला प्रशासन की निगरानी में रखा है गया है.

मजदूर का हुआ इलाज

झारखंड के एक मजदूर जिसकी उम्र 21 वर्ष है, अचानक से उसके पेट में दर्द उठा जिसके लिए उसे जिला अस्पताल नारायणपुर में 20 अप्रैल को भर्ती कराया गया. जिला अस्पताल में पदस्थ सर्जन डॉ.आदित्य केक्ती के जांच में पाया कि मरीज के अपेंडिक्स में संक्रमण है, जिसके पश्चात डॉ.आदित्य केक्ती ने मरीज का ऑपरेशन कर अपेंडिक्स को निकाल दिया.

इन बीमारियों का हो रहा इलाज

डॉ.आदित्य केक्ती ने बताया कि गॉल ब्लैडर की पथरी ऑपरेशन के लिए निजी अस्पतालों में 50000 से 60000 तक शुल्क लिया जाता है. पहले इसके लिए जगदलपुर और रायपुर जाना पड़ता था. लेकिन अब जिला अस्पताल नारायणपुर मे ऑपरेशन एवं सर्जरी जैसे इलाज के लिए मरीजों को भटकना नहीं पड़ता है.

नारायणपुर : छत्तीसगढ़ में कोरोना वायरस संक्रमण के खिलाफ जंग लड़ने में डॉक्टर और स्वास्थयकर्मियों की भूमिका अहम है. ऐसे समय में भी जिला अस्पताल नारायणपुर की डॉक्टर आदित्य केक्ती (सर्जरी विशेषज्ञ ) मरीजों का इलाज कर रहे हैं. पहले सर्जरी के लिए लोगों को जगदलपुर और रायपुर जाना पड़ता था, लेकिन डॉ.आदित्य केक्ती जिला अस्पताल में लोगों का इलाज कर रहें हैं.

जिला अस्पताल नारायणपुर में ऑपरेशन
कोविड-19 महामारी के कारण पूरे देश में लॉकडाउन है. दूसरे कई राज्यों से काम करने आये मजदूर भी छत्तीसगढ़ में फंसे हैं. ऐसा ही मामला नारायणपुर जिले का है, जहां झारखंड राज्य से काम करने आये 32 मजदूर नारायणपुर में फंसे हैं. वह चाहकर भी वापस अपने घर नहीं जा पा रहे हैं, उन सब मजदूरों को जिला प्रशासन की निगरानी में रखा है गया है.

मजदूर का हुआ इलाज

झारखंड के एक मजदूर जिसकी उम्र 21 वर्ष है, अचानक से उसके पेट में दर्द उठा जिसके लिए उसे जिला अस्पताल नारायणपुर में 20 अप्रैल को भर्ती कराया गया. जिला अस्पताल में पदस्थ सर्जन डॉ.आदित्य केक्ती के जांच में पाया कि मरीज के अपेंडिक्स में संक्रमण है, जिसके पश्चात डॉ.आदित्य केक्ती ने मरीज का ऑपरेशन कर अपेंडिक्स को निकाल दिया.

इन बीमारियों का हो रहा इलाज

डॉ.आदित्य केक्ती ने बताया कि गॉल ब्लैडर की पथरी ऑपरेशन के लिए निजी अस्पतालों में 50000 से 60000 तक शुल्क लिया जाता है. पहले इसके लिए जगदलपुर और रायपुर जाना पड़ता था. लेकिन अब जिला अस्पताल नारायणपुर मे ऑपरेशन एवं सर्जरी जैसे इलाज के लिए मरीजों को भटकना नहीं पड़ता है.

Last Updated : Apr 26, 2020, 11:27 AM IST
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