नारायणपुर: जिले में तेंदूपत्ता खरीदी का काम हो गया है. अब इसकी राशि का भुगतान तेंदूपत्ता संग्राहकों को करना है. हमेशा की तरह इस बार भी राशि का भुगतान संग्राहकों के बैंक में किया जाना है. जिसे लेकर तेंदूपत्ता संग्राहक नाराज है. ग्रामीणों की मांग है कि उन्हें राशि बैंक खाते में नहीं बल्कि नकद चाहिए.
इसलिए नकद राशि की मांग कर रहे ग्रामीण: ग्रामीणों का कहना है कि गांव में ऐसे कई ग्रामीण है जिनके पास बैंक खाते नहीं है. कुछ लोगों के बैंक खाते हैं भी तो बैंक की दूरी के कारण और बैंक में भीड़ के कारण राशि लेने में काफी परेशानी उठानी पड़ती है. बैंक के कई बार चक्कर लगाने के बावजूद भी राशि समय पर नहीं मिल पाती. इस वजह से ग्रामीण कैश राशि के भुगतान की मांग पर अड़े हुए हैं.
कलेक्टर ने दिया आश्वासन: अपनी इसी मांग को लेकर गुरुवार को जिले भर के तेंदूपत्ता संग्रहक कलेक्ट्रेट पहुंचे. ग्रामीणों ने अपनी परेशानी कलेक्टर को बताई और उनसे नकद राशि दिलवाने की मांग की. ग्रामीणों का कहना है कि कड़ी धूप में दिन रात मेहनत कर तेंदूपत्ता तोड़ने का काम करते हैं. ऐसे में इसका भुगतान तुरंत मिलना चाहिए. इस राशि से ही उनका घर चलता है लेकिन बैंक खाते में राशि जमा करने से राशि हमारे हाथों तक पहुंचने में समय लगता है. इसी समस्या को लेकर कलेक्टर से मिले हैं. कलेक्टर ने भी ग्रामीणों को उनकी समस्या दूर कर तेंदूपत्ता भुगतान की राशि नकद दिलाने का आश्वासन दिया.
Rajanandgaon News : नक्सलियों ने तेंदूपत्ता फड़ में की आगजनी |
वनोपज पर निर्भर जीवन यापन:नारायणपुर नक्सल प्रभावित और आदिवासी बहुल क्षेत्र है. अबूझमाड़ के आदिवासी जंगलों से वनोपज संग्रहण करते हैं. इससे अच्छी आमदनी भी इन्हें मिलती है. लेकिन समय पर राशि न मिलने के कारण ग्रामीणों को कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.