नारायणपुर: प्रदेश में कोरोना वायरस के संक्रमण से समाज को बचाने और परिवारों को सुरक्षित रखने के लिए हर धर्म, जाति के लोग अपने-अपने तरीके से एक-दूसरे का पूरी तरह सहयोग कर रहे हैं. इसी बीच लोगों के लिए मिसाल पेश करने वाला काम कर रही हैं, नारायणपुर में रहने वाली नरसबती नेताम. वे रीयूजेबल मास्क बना रही हैं. इस मास्क की खासियत ये है कि इसे धोकर फिर से इस्तेमाल किया जा सकता है.
जिला मुख्यालय से 25 किलोमीटर दूर भाटपाल गांव में रहने वाली नरसबती पूरी शिद्दत से लोगों के लिए मास्क बना रही हैं. वे अपने घरेलू काम से समय निकालकर एक दिन में करीब 50 से 100 मास्क तैयार कर रही हैं. इसके साथ ही लोगों को बाजार से कम दाम पर ये मास्क उपलब्ध करा रही हैं.
बाजार में मास्क की कमी को देखते हुए की शुरूआत
नरसबती के बनाए हुए मास्क को उनके परिवार वाले जरूरतमंद लोगों को निशुल्क बांट रहे हैं. बाजार में मास्क की कमी को देखते हुए घर के काम करने के बाद वह मशीन पर मास्क बनाने बैठ जाती हैं. इनके बनाए गए मास्क डबल लेयर के हैं और कपड़े के बने हुए हैं, जिन्हें धोकर फिर से उपयोग में लाया जा सकता है.
पति भी करते हैं भरपूर सहयोग
नरसबती बताती हैं कि उन्होंने कपड़ा सिलाई करने का प्रशिक्षण लिया है. उन्होंने सरकार के बिहान योजना से जुड़े अपने समूह से बैंक लिंकेज की राशि से लोन लेकर एक छोटी सी कपड़े की दुकान भी खोली है. वहीं मास्क बनाने के इस नेक काम के लिए उनके पति उनका भरपूर सहयोग कर रहे हैं. इसके साथ ही वो बताती हैं कि गांववालों के कुछ कपड़े सिलकर थोड़ी कमाई हो जाती है और जीवन का गुजारा हो जाता है. वहीं आजकल काम नहीं होने की वजह से वह कोरोना संकट तो देखते हुए मास्क बना रही हैं, ताकि लोग मास्क का इस्तेमाल कर सुरक्षित रहें.
खुद भी अभाव में रहकर दूसरों की भलाई के लिए सोचने वाला भी किसी भगवान से कम नहीं नरसबती के ये हौसले और ये नेक पहल लोगों के लिए मिसाल है. इस संकट की घड़ी में किसी का एक छोटा सा योगदान भी किसी के लिए वरदान साबित हो सकता है.