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नारायणपुर: कलेक्टर ने मीडियाकर्मीयों के साथ की प्रेस कॉन्फ्रेंस, दी जरूरी जानकारी

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Published : May 20, 2020, 2:49 AM IST

नारायणपुर कलेक्टर पदुम सिंह एल्मा ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए जिले में कोरोना वायरस के रोकथाम के लिए उठाए गए उपायों की जानकारी दी. इसके साथ ही कलेक्टर ने मीडियाकर्मियों से इन कोरोना की लड़ाई में लोगों को जागरूक करने की अपील की.

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कलेक्टर ने मीडियाकर्मीयों के साथ की प्रेसकॉन्फ्रेंस

नारायणपुर: कलेक्टर पदुम सिंह एल्मा ने मंगलवार को पत्रकारों से चर्चा की, इस दौरान उन्होंने कोरोना वायरस संक्रमण और लॉकडाउन 4.0 के संबंध में जिले में अब तक की गई रोकथाम और अन्य गतिविधियों की जानकारी दी.

कलेक्टर ने मीडिया प्रतिनिधियों को जानकारी देते हुए बताया कि एक मई से छत्तीसगढ़ सहित देश के विभिन्न राज्यों महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान, मध्यप्रदेश, उत्तप्रदेश, झारखंड, ओडिशा और तेलंगाना आदि से कामगार, श्रमिकों, छात्र-छात्राओं सहित अन्य लोग वापस लौटे हैं. जिन्हें कई क्वॉरेंटाइन सेंटरों में 14 दिन के लिए क्वॉरेंटाइन किया गया है. जिले में कुल 14 क्वॉरेंटाइन सेन्टर बनाए गए हैं. जिनकी कुल क्षमता 2 हजार 350 लोगों की है.

वर्तमान में 83 लोगों को किया गया क्वॉरेंटाइन

प्रेस कॉन्फ्रेंस में कलेक्टर ने बताया कि नारायणपुर जिले के 1 हजार 638 लोग देश के विभिन्न राज्यों के शहरों में रोजी रोटी के लिए काम करने गए हैं. जिसमें आने के इच्छुक लोगों को लाने की कार्रवाई की जा रही है. जिनके लिए जिला मुख्यालय नारायणपुर में 5, छोटेडोंगर में 2, बेनूर में 5 और एड़का में 2 क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाए गए हैं. इसके साथ ही वर्तमान में 83 व्यक्ति क्वॉरेंटाइन किए गए हैं.

क्वॉरेंटाइन सेंटरों में जरूरी सेवाएं उपलब्ध

उन्होंने बताया कि 14 दिन संस्थागत क्वॉरेंटाइन कर स्वास्थ्य जांच के आधार पर उन्हें घर जाने की अनुमति दी जाएगी. उसके बाद उन्हें घर पर भी कम से कम 14 दिनों तक होम क्वॉरेंटाइन में रहना होगा. जिले में वापस लौटने वाले मजदूरों और अन्य व्यक्तियों के स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है. इसके साथ ही उन्हें क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखा जा रहा हैं. जहां उन्हें भोजन, पानी, बिजली, शौचालय सहित अन्य सभी जरूरी सुविधायें मुहैय्या कराई जा रही है.

आर्थित गतिविधियों की जानकारी

  • शासन ने इसके लिए जारी गाइडलाइन का पालन करते हुए जिले में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गांरटी योजना के कार्य, वनोपज खरीदी, तेन्दूपत्ता खरीदी, सरकारी निर्माण कार्य संचालित किए जा रहे हैं.
  • इसके साथ ही लोगों की सुविधा के लिए पेट्रोल पंप, गैस एजेंसी और मेडिकल दुकान सामान्य दिनों की तरह खोले जा रहे हैं.
  • इसके अलावा प्रतिबंध से छूट दी गई समस्त दुकान, प्रतिष्ठान, बाजार के संचालन की अवधि में भी वृद्धि करते हुए सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक (सोमवार से शुक्रवार) निर्धारित की गई है.
  • हर शनिवार और रविवार को जिले में टोटल लॉकडाउन रहेगा. जिले में कोरोना वायरस से बचाव हेतु धारा 144 के समय में वद्धि करते हुए अब 31 मई तक लागू की गई है.

पढ़ें- रायपुर: टाटीबंध चौक में मजदूरों को बांटा गया चप्पल, खिलाया जा रहा खाना

आपको बता दें कि जिले में अब एक भी कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति नहीं मिला है. इसके बाद भी इस कोरोना वायरस से लंबी लड़ाई चलेगी. कलेक्टर ने लोगों को जागरूक करने और प्रचार-प्रसार करने में मीडिया प्रतिनिधियों से सहयोग की और अधिक अपेक्षा की.

नारायणपुर: कलेक्टर पदुम सिंह एल्मा ने मंगलवार को पत्रकारों से चर्चा की, इस दौरान उन्होंने कोरोना वायरस संक्रमण और लॉकडाउन 4.0 के संबंध में जिले में अब तक की गई रोकथाम और अन्य गतिविधियों की जानकारी दी.

कलेक्टर ने मीडिया प्रतिनिधियों को जानकारी देते हुए बताया कि एक मई से छत्तीसगढ़ सहित देश के विभिन्न राज्यों महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान, मध्यप्रदेश, उत्तप्रदेश, झारखंड, ओडिशा और तेलंगाना आदि से कामगार, श्रमिकों, छात्र-छात्राओं सहित अन्य लोग वापस लौटे हैं. जिन्हें कई क्वॉरेंटाइन सेंटरों में 14 दिन के लिए क्वॉरेंटाइन किया गया है. जिले में कुल 14 क्वॉरेंटाइन सेन्टर बनाए गए हैं. जिनकी कुल क्षमता 2 हजार 350 लोगों की है.

वर्तमान में 83 लोगों को किया गया क्वॉरेंटाइन

प्रेस कॉन्फ्रेंस में कलेक्टर ने बताया कि नारायणपुर जिले के 1 हजार 638 लोग देश के विभिन्न राज्यों के शहरों में रोजी रोटी के लिए काम करने गए हैं. जिसमें आने के इच्छुक लोगों को लाने की कार्रवाई की जा रही है. जिनके लिए जिला मुख्यालय नारायणपुर में 5, छोटेडोंगर में 2, बेनूर में 5 और एड़का में 2 क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाए गए हैं. इसके साथ ही वर्तमान में 83 व्यक्ति क्वॉरेंटाइन किए गए हैं.

क्वॉरेंटाइन सेंटरों में जरूरी सेवाएं उपलब्ध

उन्होंने बताया कि 14 दिन संस्थागत क्वॉरेंटाइन कर स्वास्थ्य जांच के आधार पर उन्हें घर जाने की अनुमति दी जाएगी. उसके बाद उन्हें घर पर भी कम से कम 14 दिनों तक होम क्वॉरेंटाइन में रहना होगा. जिले में वापस लौटने वाले मजदूरों और अन्य व्यक्तियों के स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है. इसके साथ ही उन्हें क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखा जा रहा हैं. जहां उन्हें भोजन, पानी, बिजली, शौचालय सहित अन्य सभी जरूरी सुविधायें मुहैय्या कराई जा रही है.

आर्थित गतिविधियों की जानकारी

  • शासन ने इसके लिए जारी गाइडलाइन का पालन करते हुए जिले में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गांरटी योजना के कार्य, वनोपज खरीदी, तेन्दूपत्ता खरीदी, सरकारी निर्माण कार्य संचालित किए जा रहे हैं.
  • इसके साथ ही लोगों की सुविधा के लिए पेट्रोल पंप, गैस एजेंसी और मेडिकल दुकान सामान्य दिनों की तरह खोले जा रहे हैं.
  • इसके अलावा प्रतिबंध से छूट दी गई समस्त दुकान, प्रतिष्ठान, बाजार के संचालन की अवधि में भी वृद्धि करते हुए सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक (सोमवार से शुक्रवार) निर्धारित की गई है.
  • हर शनिवार और रविवार को जिले में टोटल लॉकडाउन रहेगा. जिले में कोरोना वायरस से बचाव हेतु धारा 144 के समय में वद्धि करते हुए अब 31 मई तक लागू की गई है.

पढ़ें- रायपुर: टाटीबंध चौक में मजदूरों को बांटा गया चप्पल, खिलाया जा रहा खाना

आपको बता दें कि जिले में अब एक भी कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति नहीं मिला है. इसके बाद भी इस कोरोना वायरस से लंबी लड़ाई चलेगी. कलेक्टर ने लोगों को जागरूक करने और प्रचार-प्रसार करने में मीडिया प्रतिनिधियों से सहयोग की और अधिक अपेक्षा की.

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