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ATR अटैक : तोखन साहू के गंभीर आरोप, सरकार और पुलिस पर उठाए सवाल

अचानकमार टाइगर रिजर्व में ट्रैप कैमरे में कैद हुए कुछ संदिग्धों की गिरफ्तारी और पुलिस पर पथराव को लेकर ETV भारत ने पूर्व विधायक तोखन साहू से बातचीत की. इस बातचीत में उन्होंने राज्य सरकार पर कई आरोप लगाए है. साथ ही सरकार से कई सवाल भी किए हैं.

Mungeli atr attack
आदिवासी पथराव मुंगेली
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Published : May 11, 2020, 5:15 PM IST

Updated : May 12, 2020, 12:43 AM IST

मुंगेली : अचानकमार टाइगर रिजर्व हमला मामले में सियासत तेज हो गई है. ग्रामीणों के खिलाफ की जा रही पुलिस कार्रवाई को लेकर पूर्व विधायक तोखन साहू ने न्यायिक जांच आयोग गठित करने की मांग की है. अचानकमार टाइगर रिज़र्व के वनग्राम निवासखार में हुए हमले और आदिवासी की गिरफ्तारी को लेकर विपक्ष सरकार को घेरने की तैयारी में है.

ATR अटैक पर पूर्व विधायक तोखन साहू से बातचीत

आदिवासियों के खिलाफ पहले एटीआर की टीम फिर उसके बाद पुलिस कार्रवाई से लोरमी के पूर्व विधायक तोखन साहू खास नाराज दिखे. उन्होंने ETV भारत को दिए गए अपने बयान में सरकार पर कई गंभीर आरोप भी लगाए हैं. तोखन साहू ने न्यायिक जांच आयोग के गठन की मांग को लेकर राज्यपाल के नाम पत्र भी लिखा है. साथ ही प्रशासन से परमिशन लेकर पीड़ित आदिवासियों के परिवार वालों को लेकर राज्यपाल के पास जाने की बात भी कही है.

पढ़ें : मुंगेली: हमलावरों को गिरफ्तार करने गई पुलिस टीम पर ग्रामीणों ने किया पथराव

पूर्व विधायक का सरकार से सवाल

  • लॉक डाउन के दौरान ऐसी कौन सी बड़ी घटना हो गई. जिसके चलते एटीआर की टीम ग्रामीणों को घर मे घुसकर पकड़ रही थी ?
  • एटीआर प्रबंधन ने शिकायत में दर्ज कराया है कि जानवरों की गणना के लिए लगाए गए ट्रैप कैमरे में कुछ संदिग्ध तीर-धनुष के साथ ट्रैप कैमरे में ट्रेस हुए हैं.
  • ऐसे में सबसे बड़ा सवाल उठता है कि जंगल में रहने वाले आदिवासियों का तीर धनुष पारंपरिक हथियार है, तो क्या आदिवासी जंगल में अपनी जान के बचाव के लिए तीर धनुष लेकर भी नहीं घूम सकते ?
  • एटीआर की टीम ने आखिर क्यों घटना वाले दिन महिला और बुजुर्ग आदिवासियों से दुर्व्यवहार किया ?
  • पुलिस भी बगैर जांच किए कैसे मामला दर्ज कर आदिवासियों के खिलाफ एकतरफा कार्रवाई कर रही ?
  • पुलिस के ऊपर आखिर किस नेता और अधिकारी का दबाव था ?

ये है पूरा मामला

  • बता दें एटीआर प्रबंधन ने आरोप लगाया है कि बीते 2 मई को आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए गई एटीआऱ की टीम पर वनग्राम निवासखार में ग्रामीणों नें हमला कर दिया था. इस हमले में रेंजर समेत कुछ वनकर्मचारी घायल हो गये थे.
  • इस मामले की रिपोर्ट 3 मई को लोरमी थानें में दर्ज करायी गई थी. एटीआर टीम की रिपोर्ट में 17 लोगों के खिलाफ नामजद अपराध पंजीबद्ध किया गया था, जिसके बाद 4 मई को पुलिसबल भारी संख्या में गांव पहुंचकर 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया था.
  • आरोपियों को गिरफ्तार कर वापस लौटते वक्त नाराज ग्रामीणों नें एकतरफा कार्रवाई के विरोध में पुलिस वाहनों पर पथराव किया था.
  • इस घटना में एडिशनल एसपी समेत कुछ पुलिस कर्मियों को भी हल्की चोंटे आई थी. वहीं पुलिस ने भी पुलिस पार्टी पर हुए हमले के मामले में 150 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला पंजीबद्ध किया गया है.

मुंगेली : अचानकमार टाइगर रिजर्व हमला मामले में सियासत तेज हो गई है. ग्रामीणों के खिलाफ की जा रही पुलिस कार्रवाई को लेकर पूर्व विधायक तोखन साहू ने न्यायिक जांच आयोग गठित करने की मांग की है. अचानकमार टाइगर रिज़र्व के वनग्राम निवासखार में हुए हमले और आदिवासी की गिरफ्तारी को लेकर विपक्ष सरकार को घेरने की तैयारी में है.

ATR अटैक पर पूर्व विधायक तोखन साहू से बातचीत

आदिवासियों के खिलाफ पहले एटीआर की टीम फिर उसके बाद पुलिस कार्रवाई से लोरमी के पूर्व विधायक तोखन साहू खास नाराज दिखे. उन्होंने ETV भारत को दिए गए अपने बयान में सरकार पर कई गंभीर आरोप भी लगाए हैं. तोखन साहू ने न्यायिक जांच आयोग के गठन की मांग को लेकर राज्यपाल के नाम पत्र भी लिखा है. साथ ही प्रशासन से परमिशन लेकर पीड़ित आदिवासियों के परिवार वालों को लेकर राज्यपाल के पास जाने की बात भी कही है.

पढ़ें : मुंगेली: हमलावरों को गिरफ्तार करने गई पुलिस टीम पर ग्रामीणों ने किया पथराव

पूर्व विधायक का सरकार से सवाल

  • लॉक डाउन के दौरान ऐसी कौन सी बड़ी घटना हो गई. जिसके चलते एटीआर की टीम ग्रामीणों को घर मे घुसकर पकड़ रही थी ?
  • एटीआर प्रबंधन ने शिकायत में दर्ज कराया है कि जानवरों की गणना के लिए लगाए गए ट्रैप कैमरे में कुछ संदिग्ध तीर-धनुष के साथ ट्रैप कैमरे में ट्रेस हुए हैं.
  • ऐसे में सबसे बड़ा सवाल उठता है कि जंगल में रहने वाले आदिवासियों का तीर धनुष पारंपरिक हथियार है, तो क्या आदिवासी जंगल में अपनी जान के बचाव के लिए तीर धनुष लेकर भी नहीं घूम सकते ?
  • एटीआर की टीम ने आखिर क्यों घटना वाले दिन महिला और बुजुर्ग आदिवासियों से दुर्व्यवहार किया ?
  • पुलिस भी बगैर जांच किए कैसे मामला दर्ज कर आदिवासियों के खिलाफ एकतरफा कार्रवाई कर रही ?
  • पुलिस के ऊपर आखिर किस नेता और अधिकारी का दबाव था ?

ये है पूरा मामला

  • बता दें एटीआर प्रबंधन ने आरोप लगाया है कि बीते 2 मई को आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए गई एटीआऱ की टीम पर वनग्राम निवासखार में ग्रामीणों नें हमला कर दिया था. इस हमले में रेंजर समेत कुछ वनकर्मचारी घायल हो गये थे.
  • इस मामले की रिपोर्ट 3 मई को लोरमी थानें में दर्ज करायी गई थी. एटीआर टीम की रिपोर्ट में 17 लोगों के खिलाफ नामजद अपराध पंजीबद्ध किया गया था, जिसके बाद 4 मई को पुलिसबल भारी संख्या में गांव पहुंचकर 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया था.
  • आरोपियों को गिरफ्तार कर वापस लौटते वक्त नाराज ग्रामीणों नें एकतरफा कार्रवाई के विरोध में पुलिस वाहनों पर पथराव किया था.
  • इस घटना में एडिशनल एसपी समेत कुछ पुलिस कर्मियों को भी हल्की चोंटे आई थी. वहीं पुलिस ने भी पुलिस पार्टी पर हुए हमले के मामले में 150 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला पंजीबद्ध किया गया है.
Last Updated : May 12, 2020, 12:43 AM IST
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