मुंगेली : कोरोना संकट और लॉकडाउन के दौरान सबसे ज्यादा परेशानी का सामना गरीब और मजदूर परिवारों को करना पड़ा है. हजारों की संख्या में प्रवासी मजदूर दूसरे प्रदेशों से अपने राज्य लौटे हैं. लेकिन प्रवासी मजदूरों की समस्या अब भी कम नहीं हुई है. मुंगेली के मजदूरों ने उत्तर प्रदेश के अंबेडकर में बंधक बनाए जाने का आरोप लगाया है. श्रमिकों का कहना है कि ईंट भट्ठा संचालक ने उन्हें बंधक बना लिया है. उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए मदद की गुहार लगाई है.
मुंगेली समेत कई जिले के मजदूर उत्तर प्रदेश के ईंट भट्ठे में काम करने गए थे, श्रमिकों का कहना है कि उन्हें अब संचालक ने बंधक बना लिया है और उनसे जबरदस्ती काम कराया जा रहा है. मजदूरों ने सोशल मीडिया के जरिए सीएम भूपेश बघेल से मदद की गुहार लगाई है. वीडियो में श्रमिकों ने बताया है कि वे
, वे मुंगेली और बलौदाबाजार के रहने वाले हैं. वे उत्तर प्रदेश रोजगार की तलाश में गए थे, जहां वे अंबेडकर नगर जिले में ईंट भट्ठे में काम कर रहे थे. लेकिन उन्हें अब संचालक ने बंधक बना लिया है. इतना ही नहीं मजदूरों को मजदूरी भी नहीं दी जा रही है. उनके साथ कई छोटे-छोटे बच्चे भी हैं, उनके पास खाने के लिए राशन तक नहीं है और भूखे-प्यासे काम कराया जा रहा है. उन्होंने सीएम भूपेश बघेल से मदद की गुहार लगाई है.
कलेक्टर ने दिया मदद का आश्वासन
बता दें कि मजदूरों के परिजन मुंगेली जिले में कई हफ्ते से सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है. वही इस मामले में मुंगेली कलेक्टर पीएस एल्मा से बात की गई तो उन्होंने कहा कि 'वहां के डीएम और श्रम विभाग से चर्चा कर मजदूरों की मदद की जाएगी'.