मुंगेली: अचानकमार टाइगर रिजर्व (एटीआर) के कोर एरिया में अपने साथियों के साथ जबरन घुसकर शराब और मुर्गा पार्टी करने वाले लोरमी तहसीलदार के खिलाफ छत्तीसगढ़ वन कर्मचारी संघ लामबंद हो गया है. इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ वन कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों ने लोरमी एसडीएम कार्यालय में पहुंचकर एसडीएम को ज्ञापन सौंपा.
ज्ञापन में संघ ने मांग किया है कि 15 दिन के भीतर लोरमी तहसीलदार अविनाशसिंह ठाकुर समेत 6 साथियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए. ऐसा नहीं होने पर संघ आंदोलन करेगा.
गाली-गलौज करने का लगाया आरोप
टाइगर रिजर्व के जलदा कैंप में पदस्थ वनरक्षक राजतिलक भारद्वाज ने लोरमी तहसीलदार अविनाश ठाकुर पर तीन मई की रात को एटीआर के कोर इलाके में अनाधिकृत रूप से घुसकर अपने साथियों के साथ शराबखोरी करने और मांस पकाकर खाने और गाली-गलौज करने का आरोप लगाया है. मामले की शिकायत एसडीओ और रेंजर से भी की गई है, लेकिन अभी तक कार्रवाई नहीं हुई है.
प्रवेश के लिए अनुमति संबंधी नहीं हैं कोई दस्तावेज
तहसीलदार के साथ पटवारी और निर्वाचन आयोग के क्लर्क सहित 6 अन्य लोग भी गए हुए थे. मौके पर आकर रेंजर ने भी जांच की, तहसीलदार के पास कोर क्षेत्र में प्रवेश के लिए अनुमति संबंधी कोई दस्तावेज नहीं थे. वनरक्षक के अनुसार सभी नशे की हालत में थे. वन रक्षक ने प्रतिबंधित क्षेत्र का हवाला दिया पर वे नहीं माने और उसके कैंप में स्थित किचन में बलपूर्वक घुसकर खाना बनाया और शराब का भी सेवन किया.
तहसीलदार की अलग दलील
जब तहसीलदार से मीडिया ने उनका पक्ष जानना चाहा तो वे अपनी अलग दलील देते हुए नजर आए. उनके मुताबिक वे क्षेत्रीय विधायक के निवास से आए एक फोन कॉल के बाद मामले की जांच के लिए सुरही इलाके की ओर गए थे, उन्हें विधायक के यहां से सूचना दी गयी कि सुरही इलाके में पेड़ गिरने से एक मकान क्षतिग्रस्त हो गया है. वहां पहुंचने पर उन्हें इस तरह की कोई घटना नहीं मिली. जंगल से निकलते वक्त रास्ता भटकने पर वह जलदा इलाके में पहुंच गए, जहां उन्होंने देखा कि कुछ लोग मोटरसाइकिल खड़ी कर भीतर पार्टी कर रहे थे. पूछताछ करने पर उन्होंने माफी मांगी और उनकी शराब की बोतलें मेरे द्वारा जब्त की गई. सामान लेकर जाते वक्त पीछे से गाड़ी की फोटो खींचकर शराब की बोतल का गाड़ी में होना बताया जा रहा है.