मुंगेली: बावली गांव के क्वॉरेंटाइन सेंटर में एक 12 साल की बच्ची की मौत हो गई है. बताया जा रहा है, बच्ची की तबीयत पिछले तीन दिनों से खराब थी, जिसकी सूचना स्वास्थ्य विभाग को दी गई थी, लेकिन सूचना के बाद भी स्वास्थ्य विभाग का कोई शख्स उसे देखने नहीं आया. जिसके बाद सोमवार को बच्ची की मौत हो गई है. अब स्वास्थ्य विभाग मामले को कोरोना संदिग्ध मानकर बच्ची के शव को पोस्टमार्टम के लिए सिम्स अस्पताल में भेज दिया है.
मुंगेली जिले के क्वॉरेंटाइन सेंटरों में लगातार लापरवाही के मामले सामने आ रहे हैं, इसी बीच सेंटर में एक और मौत का मामला सामने आया है. इसके बाद सरकारी अमले में हड़कंप मचा हुआ है. जानकारी के मुताबिक मामला पथरिया ब्लॉक के बावली गांव का है, जहां क्वॉरेंटाइन सेंटर में बाहर से आए लोगों को रखा गया है. सोमवार की शाम यहां एक 12 साल की बच्ची की इलाज के अभाव में मौत हो गई है.
बताया जा रहा है, बच्ची की तबीयत पिछले तीन दिन से खराब थी और बीती शाम उसकी हालत कुछ ज्यादा ही बिगड़ने लगी थी. क्वॉरेंटाइन सेंटर में मौजूद लोगों ने स्वास्थ्य विभाग को जानकारी दी थी, लेकिन वे नहीं पहुंचे.
यूपी से लौटा था परिवार
7 दिन पहले परिवार उत्तर प्रदेश के प्रयागराज से लौटा था और गांव के स्कूल में बनाए गए सेंटर में ठहराया गया था. मामले में स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आ रही है. वहां ठहरे मजदूरों के सूचना देने के बाद भी स्वास्थ्य अमला समय पर नहीं पहुंचा. फिलहाल मामले को कोरोना संदिग्ध मानते हुए शव को पोस्टमार्टम के लिए बिलासपुर के सिम्स भेज दिया गया है. इधर, इस विषय पर स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदार कुछ भी कहने से बच रहे हैं.