मनेंद्रगढ़ भरतपुर चिरमिरी : छत्तीसगढ़ सरकार सरकारी स्कूलों का कायाकल्प कर रही है.ताकि बच्चों को अच्छी शिक्षा मिल सकें.खासकर छोटे बच्चों की बुनियादी शिक्षा मजबूत करने के लिए सरकार ने अंग्रेजी मीडियम स्कूलों की स्थापना की.लेकिन अब भी कई जगहों के सरकारी स्कूल में शिक्षकों की अजीबो गरीब कारनामे सामने आते हैं.जिससे शिक्षातंत्र बदनाम हो रहा है. ताजा मामला केराबहरा प्राथमिक स्कूल में देखने को मिला.जहां शिक्षक शराब पीकर बच्चों को पढ़ाते हैं.
परिजनों ने बनाया वीडियो : केराबहरा प्राथमिक शाला के शिक्षक रविंद्र सिंह का वीडियो इन दिनों तेजी से वायरल हो रहा है. रविंद्र सिंह अक्सर शराब के नशे में स्कूल पहुंचते और बच्चों के साथ बदतमीजी करते.इसकी शिकायत कई बार बच्चों ने अपने पालकों से की.लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया.हद तो तब हो गई जब शिक्षक रविंद्र सिंह ने नशे की हालत में मध्यान्ह भोजन को लात मारकर गिरा दिया.वहीं बच्चों की छुट्टी के समय सो गया.जब अभिभावक स्कूल में पहुंचकर शराबी शिक्षक को जगाकर छुट्टी करवाने को कहा तो उसने सुबह के नौ बजे होने की बात कहते हुए छुट्टी करने से मना कर दिया. इस पूरे मामले का वीडियो अब सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है.
'' शिक्षक नशे में थे.मैंने स्कूल आकर उन्हें जगाने की कोशिश की लेकिन वो नहीं उठे,मेरा अपने क्षेत्र के विधायक गुलाब कमरो से विनती है कि ऐसा शराबी शिक्षक हमें केराबहरा में नहीं चाहिए ''- संतोष कुमार,जनप्रतिनिधि
जिला शिक्षाधिकारी के पास पहुंची शिकायत : परिजनों ने वीडियो बनाकर इस घटना की जानकारी अफसरों को दी.जिसके बाद दूसरे दिन प्राथमिक शाला रोकड़ा के शिक्षक इंजोर साय को ग्रामीणों को शांत करवाने और विद्यालयीन कार्य के लिए केराबहरा भेजा.बावजूद इसके रविंद्र सिंह पर कोई कार्रवाई नहीं की गई.
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शिक्षक पर कार्रवाई के लिए ग्रामीण अड़े :आपको बता दें कि केराबहरा प्राथमिक स्कूल की सारी जिम्मेदारी रविंद्र सिंह की है. लेकिन शराबकांड सामने आने के बाद स्कूल में अतिरिक्त शिक्षक की ड्यूटी लगाई गई है.जिससे ग्रामीण नाराज है.ग्रामीणों ने बीते दिन स्कूल पहुंचकर रविंद्र सिंह को शराब के नशे में स्कूल आने से मना किया है.लेकिन हैरानी की बात ये है कि अब तक ना ही जिलाशिक्षाधिकारी और ना ही विकासखंड अधिकारी ने शराबी शिक्षक के खिलाफ किसी भी तरह का कोई एक्शन लिया है.