मनेंद्रगढ़/चिरमिरी/भरतपुर: दूसरे चरण के मतदान के लिए सरकारी कर्मचारियो की भरतपुर सोनहत में ट्रेनिंग का आयोजन अधिकारियों ने किया था. इस ट्रेनिंग में कई कर्मचारी ऐसे थे जो 100 से 150 किलोमीटर दूर से ट्रेनिंग के लिए पहुंचे थे. प्रशिक्षण स्थल पर पहुंचने के बाद इन कर्मचारियों से अधिकारियों ने उनका पहचान पत्र मांगा. कर्मचारियों ने कहा कि वो अपना पहचान पत्र लेकर नहीं आएं हैं. जिसपर अधिकारी नाराज हुए और उनको वापस जाकर अपना वोटर आईडी लाने को कहा. प्रशिक्षण लेने आए कर्मचारी अब इस बात से नाराज हैं कि जो जानकारी उनको यहां दी गई उसे पहले दे दी गई होती तो इतनी दिक्कत नहीं होती.
नाराज हुए कर्मचारी: चुनाव आयोग ने पहले चरण के सफल मतदान के बाद दूसरे चरण के मतदान के लिए अपनी तैयारियां शुरु कर दी हैं. दूसरे चरण के लिए चुनाव आयोग ने मतदान दल में शामिल होने वाले कर्मचारियों को ट्रेनिंग के लिए भरतपुर सोनहत विधानसभा में बुलाया. ट्रेनिंग के लिए पहुंचे कर्मचारी अपने साथ फार्म और पहचान पत्र लाना भूल गए. जिसके बाद अधिकारियों ने कहा कि वो अपना फार्म और पहचान पत्र लेकर आएं. कर्मचारी इस बात से नाराज हैं कि अगर उनको पहले ही आयोग की ओर से ये जानकारी दे दी गई होती कि उनको अपने साथ पहचान पत्र और बताया गया संबंधित फार्म भी लेकर आना है तो वो जरूर लेकर आते. अब फार्म और पहचान पत्र लेने के लिए वापस अगर वो अपने घर लौटते हैं तो काफी वक्त तो उनका आने जाने में गुजर जाएगा.
कलेक्टर ने कहा हो जाएगा समाधान: प्रशिक्षण के लिए आए कर्मचारियों को अगर समय पर पूरी जानकारी दे दी गई होती तो इन कर्मचारियों की आधी दिक्कत खत्म हो गई होती. हालाकि कलेक्टर ने जरूर कहा कि प्रशिक्षण के लिए आए कर्मचारियों को घबराने की कोई दिक्कत नहीं है जल्द ही इस समस्या का समाधान निकाल लिया जाएगा.