महासमुंद: जिले के कोमाखान थाना का घेराव करने जा रहे ग्राम नर्रा के ग्रामीणो ने पुलिस पर पथराव कर दिया. पुलिस ने बचाव में 4 से 5 राउंड आंसू गैस के गोले भी छोड़े. पूरी घटना में 24 से ज्यादा पुलिस वाले घायल हुए हैं. फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है.
दरअसल 30 सितंबर 2020 को पुलिस और ग्राम नर्रा के ग्रामीणों के बीच अवैध शराब पर कारर्वाई को लेकर विवाद हो गया था. उसके बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने पुलिस वाहन पर पथराव किया और तीन शासकीय वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया था. उसके बाद पुलिस ने 7 ग्रामीण और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू की. इसी मामले में पुलिस ने तीन ग्रामीणों को 5 फरवरी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. जिसका ग्रामीण विरोध कर रहे हैं.
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धरने पर बैठे ग्रामीण
इसी कड़ी में ग्राम नर्रा के ग्रामीण 8 फरवरी को कोमाखान-खट्टी मार्ग को अवरूद्ध कर धरने पर बैठ गए. शाम तक कोई पुलिस और प्रसाानिक अधिकारी वहां नहीं पहुंचा. उसके बाद ग्रामीणों ने सोमवार को कोमाखान थाने का घेराव करने का फैसला लिया. ग्रामीण गिरफ्तारी का विरोध करने कोमाखान थाना जा रहे थे. जिसे पुलिस ने थाने से कुछ दूर पहले ही रोक दिया.
ग्रामीणों पर छोड़े आंसू गैस के गोले
ग्रामीणों और पुलिस के बीच शाम तक बातचीत होती रही. लेकिन ग्रामीण केस वापस लेने की मांग पर अड़े रहे. उसके बाद शाम को ग्रामीणों ने पुलिस पर पथराव कर दिया. पुलिस भीड़ को तितर-बितर करने और स्थिति को काबू करने के लिए आंसू गैस के 4 से 5 राउंड छोड़े. उसके बाद कहीं जाकर ग्रामीण वहां से हटे.