महासमुंद: वनपरिक्षेत्र के आधा दर्जन गांव, लहगंर, परसाडीह, गुडरूडीह, कुकराडीह, मालीडीह और पिरदा में इन दिनों हाथियों का आंतक बढ़ गया है. शाम होते ही दंतैल हाथी गांवों में घुसकर बाड़ी में रखे अनाज, सब्जी आदि को नुकसान पहुंचा रहे हैं. बीती रात गुडरूडीह गांव के किसान रमांकात धुव्र के बाड़ी में घुसकर हाथी ने गेट तोड़कर उत्पात मचाया. इस घटना के बाद ग्रामीणों ने काफी मशक्कत के बाद हाथी को वहां से खदेड़ा.
पिछले पांच सालों से सिरपुर क्षेत्र के 42 गांव के लोग हाथी के आंतक से परेशान हैं. अभी वर्तमान में एक दंतैल हाथी पिछले एक हफ्ते से इन गांवों में आंतक फैलाये हुए हैं. जहां ग्रामीण हाथी के आंतक से परेशान हैं और मुआवजा बढ़ाने की मांग कर रहे है. वहीं, वन विभाग के आला अधिकारी आंकलन के बाद मुआवजा देने की बात कह रहे हैं.
छत्तीसगढ़ के हाथियों ने मध्यप्रदेश में मचाया आतंक
पिछले पांच सालों में 20 लोगों की मौत
हाथियों के आतंक से सबसे ज्यादा प्रभावित किसान हैं क्योंकि धान खरीदी में देरी के कारण कई किसानों का धान उनके घरों में पड़ा हुआ है, जिसे हाथी नुकसान पहुंचा रहे हैं. गौरतलब है कि पिछले पांच सालों में हाथियों ने 20 लोगों को मौत के घाट उतार दिया है. वहीं लगभग दो दर्जन लोग घायल हो चुके हैं. एक आंकड़े के अनुसार, पिछले पांच सालों में हाथियों ने करोड़ों रुपयों की फसल को नुकसान पहुंचाया है.