महासमुंद: जिले में इन दिनो जंगलो की अवैध कटाई धडल्ले से जारी है. ताजा मामला वन विकास निगम आरंग मण्डल के कक्ष क्रमांक 846 का है. ग्राम नवागांव के सैकडों ग्रामीण पिछले दस दिनों से पेडों की कटाई कर रहे हैं. कक्ष क्रमांक 846 में सन् 1993 में सागौन का प्लांटेशन किया गया था. लगभग 500 हेक्टेअर में फैले इस जंगल के 14 हेक्टेयर में नवागांव के लगभग 250 से 300 ग्रामीण कटाई का काम कर रहे हैं.
नवागांव वनक्षेत्र से सटा हुआ है. ग्रामीण पिछले दस दिनों से कर्रा और सेनहा से 12 से 15 फुट के पेड़ों को लगातार काट रहे हैं. अधिकारियों का कहना है कि जमीन PF (सुरक्षात्मक वन) के अंदर है. ऐसे में ग्रामीण अवैध कटाई और कब्जा कर रहे हैं. अधिकारी आगे कार्रवाई की बात भी कह रहे हैं. लेकिन ग्रामीण किसी की भी सुनने को भी तैयार नहीं हैं. उनका कहना है कि हमे यह जमीन चाहिए. लगातार कटाई करने की बात भी कह रहे हैं. उन्हें कार्रवाई का कोई डर नहीं है.
ग्रामीणों को चाहिए जमीन
ग्रामीणों ने बताया कि से जगंल आबादी क्षेत्र में लगाया गया है. यह बात उन्हें उनके पुर्वजों ने बताया है. उनका कहना है कि पहले छोटा परिवार था. लेकिन अब गांव में आबादी बढ़ गई है. साथ ही परिवार में सदस्य बढ़ गए हैं. उनके पास रहने के लिए जगह नहीं है. लिहाजा ग्रामीण लगातार जंगल काट रहे हैं. ग्रामीणों ने कहा कि वो कटाई नहीं बंद करेंगे. ग्रामीणों ने हजारों पेड़ अब तक काट लिए हैं. और जमीन पर कब्जा कर रहे हैं.
पहले भी कब्जे की कोशिश हुई थी
ग्रामीण कुछ साल पहले भी इसी जंगल में कब्जा कर रहे थे. तब वन विकास निगम के अधिकारियों ने इन पर फाइन लगाकर इन्हें समझाया था. उसके कुछ दिन बाद वन विभाग ने लगभग 65 लोगों को वन अधिकार पट्टा भी दिया था. अब ग्रामीण दोबारा जमीन पर कब्जा के लिए पेडों की कटाई कर रहे हैं. मौके पर अधिकारी भी मौजूद हैं. ग्रामीणों का स्पष्ट तौर पर कहना है कि वन विभाग को जो करना है करें हम जमीन लेकर रहेंगे.