महासमुंद: महासमुंद जिले में बीती रात से हो रही बारिश ने धान खरीदी के लिए किये गये इंतजामों की पोल खोल कर रख दी है. अधिकांश धान खरीदी केन्द्रों पर बारिश में धान भीग गया. वही 81 सोसायटी के 152 धान खरीदी केन्द्रों के माध्यम से 85 लाख क्विंटल धान खरीदी का लक्ष्य है. जिसके लिए 1,50,315 किसानों ने पंजीयन कराया है. 1 दिसंबर से लेकर अब तक लगभग 93 हजार किसानों ने 35 लाख क्विंटल से ज्यादा धान की बिक्री की है.
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बारिश के कारण धान खरीदी बंद
किसानों का कहना है कि धान बेचने के लिए धान खरीदी केंद्र को देखने आए थे. लेकिन बिलासपुर में बारिश के कारण धान खरीदी रुकी (Paddy procurement stopped due to rain in Bilaspur) है. यहां रखा धान बारिश में भीग रहा है. वहीं धान खरीदी के नोडल अधिकारी का कहना है कि इंतजाम करने का आदेश दिया गया है और बारिश के कारण धान खरीदी बंद है.
धान केंद्रों पर नहीं हुआ चबूतरे का निर्माण
जिले के कई धान खरीदी केन्द्र ऐसे हैं. जहां धान रखने के लिए चबूतरे का निर्माण नहीं हुआ है. साथ ही बारिश के कारण फूल गोभी, टमाटर आदि की खेती करने वाले किसानों को भी नुकसान हुआ है. बहरहाल देखना होगा कि धान को सुरक्षित रखने के लिए प्रशासन क्या कदम उठाता है.