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महासमुंद: ई-साक्षरता से लोग होंगे डिजिटल, सिखाए जाएंगे ऑनलाइन सुविधा के गुर - e-literacy training mahasamund

मुख्यमंत्री शहरी कार्यात्मक साक्षरता कार्यक्रम के तहत 'आवो गढ़वा डिजिटल छत्तीसगढ़' कार्यक्रम चलाया जा रहा है. इसके तहत 14 से 16 साल के लोगों को 30 दिन में (कुल 48 घंटे) विशेष प्रशिक्षण दिए जाने की योजना है.

ई-साक्षरता से लोग होंगे डिजिटल
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Published : Nov 21, 2019, 10:47 AM IST

Updated : Nov 21, 2019, 12:55 PM IST

महासमुंद: लोगों को ई-साक्षर बनाने के लिए अच्छी पहल की जा रही है, ताकि वे घर में रहकर ही अपना काम आराम से कर सकें और इंटरनेट के उपयोग को समझ सकें. मुख्यमंत्री शहरी कार्यात्मक साक्षरता कार्यक्रम के तहत 'आवो गढ़वा डिजिटल छत्तीसगढ़' कार्यक्रम चलाया जा रहा है. इसके तहत 14 से 16 साल के लोगों 30 दिन में (कुल 48 घंटे) विशेष प्रशिक्षण दिए जाने की योजना है.

ई-साक्षरता से लोग होंगे डिजिटल

इस योजना का लक्ष्य सामान्य साक्षर व्यक्ति को डिजिटल साक्षर बनाने का है. जिससे टेबलेट, मोबाइल और कंप्यूटर आदि का इस्तेमाल करते हुए ईमेल भेज सकें और इंटरनेट का उपयोग कर सकें. इसके साथ ही इ-गवर्नेंस सुविधाओं के संबंध में प्रशिक्षित करने का लक्ष्य निर्धारित है.

महिलांए और लड़कियों में सीखने की ललक
इस प्रशिक्षण से एक चीज देखने को मिल रही है कि महिलाएं और लड़कियां इसमें बड़ा ही इंटरेस्ट लेकर इस काम को कर और सीख रहे हैं. उनका कहना है कि, 'इस प्रशिक्षण से हमें मोबाइल को कितनी आसानी से चलाना है ये सीखने को मिल रहा है. इसके साथ ही बिजली बिल भरना, मोबाइल रिचार्ज, ऑनलाइन खरीदी जैसी जरूरत के कामों को घर बैठे कैसे पूरा करें ये भी सिखाया जाता है.'

वहीं कुछ बच्चियों का कहना है कि, 'हम घर पर बैठकर ही अपने गूगल और यू-ट्यूब से जनरल नॉलेज और वैकेंसी के बारे में जानकारी पूरी तरह से ले पाते हैं.'

नगरीय प्रशासन विभाग कर रहा क्रियान्वयन
राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण और स्कूल शिक्षा विभाग के संयोजन में नगरीय प्रशासन विभाग इसका क्रियान्वयन कर रहा है. नगरीय निकाय के चिन्हांकित सामुदायिक भवनों में दोपहर 11 बजे से 1 बजे तक और 3 बजे से शाम 5 बजे तक का समय तय किया गया है. इस समय महिलाओं और लड़कियों को प्रशिक्षण दिया जाता है.

नगरीय क्षेत्र में स्थापित किए जाने वाले इस साक्षरता केंद्र में 25-25 चयनित शिक्षार्थियों को विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा. शिक्षार्थियों का पंजीयन आधार नंबर के माध्यम से ऑनलाइन किया जाएगा. साक्षरता केंद्र में सुचारू रूप से क्रियान्वयन के लिए जिला स्तर पर मॉनिटरिंग की व्यवस्था भी है.

पहले आओ-पहले पाओ की तर्ज पर होगा चयन
168 नगरीय निकायों में साक्षरता केंद्र स्थापित किया गया है. छत्तीसगढ़ राज्य के 168 नगरी निकायों में इस साक्षरता केंद्र को स्थापित करने का लक्ष्य है. जहां ई-शिक्षा से वंचित शहरी क्षेत्रों के 14 से 60 वर्ष आयु वर्ग के लोगों को इससे जोड़कर दक्ष बनाया जाएगा.

प्रदेश के सभी 27 जिलों में प्रथम चरण में 36 मुख्यमंत्री साक्षरता केंद्र संचालित किए जाने की योजना है. जिसे राज्य के 13 नगर निगम, 44 नगर पालिका, 111 नगर पंचायत मिलाकर कुल 168 नगरीय निकायों में संचालित किया जा रहा है. इसका उद्देश्य 21वीं सदी में संचार तकनीकी से जनसामान्य को समृद्ध करना और डिजिटल भारत कार्यक्रम को सफल करने में जन जन की भागीदारी सुनिश्चित करना है.

महासमुंद: लोगों को ई-साक्षर बनाने के लिए अच्छी पहल की जा रही है, ताकि वे घर में रहकर ही अपना काम आराम से कर सकें और इंटरनेट के उपयोग को समझ सकें. मुख्यमंत्री शहरी कार्यात्मक साक्षरता कार्यक्रम के तहत 'आवो गढ़वा डिजिटल छत्तीसगढ़' कार्यक्रम चलाया जा रहा है. इसके तहत 14 से 16 साल के लोगों 30 दिन में (कुल 48 घंटे) विशेष प्रशिक्षण दिए जाने की योजना है.

ई-साक्षरता से लोग होंगे डिजिटल

इस योजना का लक्ष्य सामान्य साक्षर व्यक्ति को डिजिटल साक्षर बनाने का है. जिससे टेबलेट, मोबाइल और कंप्यूटर आदि का इस्तेमाल करते हुए ईमेल भेज सकें और इंटरनेट का उपयोग कर सकें. इसके साथ ही इ-गवर्नेंस सुविधाओं के संबंध में प्रशिक्षित करने का लक्ष्य निर्धारित है.

महिलांए और लड़कियों में सीखने की ललक
इस प्रशिक्षण से एक चीज देखने को मिल रही है कि महिलाएं और लड़कियां इसमें बड़ा ही इंटरेस्ट लेकर इस काम को कर और सीख रहे हैं. उनका कहना है कि, 'इस प्रशिक्षण से हमें मोबाइल को कितनी आसानी से चलाना है ये सीखने को मिल रहा है. इसके साथ ही बिजली बिल भरना, मोबाइल रिचार्ज, ऑनलाइन खरीदी जैसी जरूरत के कामों को घर बैठे कैसे पूरा करें ये भी सिखाया जाता है.'

वहीं कुछ बच्चियों का कहना है कि, 'हम घर पर बैठकर ही अपने गूगल और यू-ट्यूब से जनरल नॉलेज और वैकेंसी के बारे में जानकारी पूरी तरह से ले पाते हैं.'

नगरीय प्रशासन विभाग कर रहा क्रियान्वयन
राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण और स्कूल शिक्षा विभाग के संयोजन में नगरीय प्रशासन विभाग इसका क्रियान्वयन कर रहा है. नगरीय निकाय के चिन्हांकित सामुदायिक भवनों में दोपहर 11 बजे से 1 बजे तक और 3 बजे से शाम 5 बजे तक का समय तय किया गया है. इस समय महिलाओं और लड़कियों को प्रशिक्षण दिया जाता है.

नगरीय क्षेत्र में स्थापित किए जाने वाले इस साक्षरता केंद्र में 25-25 चयनित शिक्षार्थियों को विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा. शिक्षार्थियों का पंजीयन आधार नंबर के माध्यम से ऑनलाइन किया जाएगा. साक्षरता केंद्र में सुचारू रूप से क्रियान्वयन के लिए जिला स्तर पर मॉनिटरिंग की व्यवस्था भी है.

पहले आओ-पहले पाओ की तर्ज पर होगा चयन
168 नगरीय निकायों में साक्षरता केंद्र स्थापित किया गया है. छत्तीसगढ़ राज्य के 168 नगरी निकायों में इस साक्षरता केंद्र को स्थापित करने का लक्ष्य है. जहां ई-शिक्षा से वंचित शहरी क्षेत्रों के 14 से 60 वर्ष आयु वर्ग के लोगों को इससे जोड़कर दक्ष बनाया जाएगा.

प्रदेश के सभी 27 जिलों में प्रथम चरण में 36 मुख्यमंत्री साक्षरता केंद्र संचालित किए जाने की योजना है. जिसे राज्य के 13 नगर निगम, 44 नगर पालिका, 111 नगर पंचायत मिलाकर कुल 168 नगरीय निकायों में संचालित किया जा रहा है. इसका उद्देश्य 21वीं सदी में संचार तकनीकी से जनसामान्य को समृद्ध करना और डिजिटल भारत कार्यक्रम को सफल करने में जन जन की भागीदारी सुनिश्चित करना है.

Intro:एंकर - मुख्यमंत्री शहरी कार्यात्मक साक्षरता कार्यक्रम के तहत आवो गढ़वा डिजिटल छत्तीसगढ़ कार्यक्रम चलाया जा रहा है इसके तहत 14 से 16 वर्ष की आयु के लोगों को डिजिटल अक्षरों को 30 दिन में (कुल 48 घंटे )का विशेष प्रशिक्षण दिए जाने की योजना है।इस योजना का लक्ष्य सामान्य साक्षर व्यक्ति को डिजिटल साक्षर बनाने का है जिससे टेबलेट मोबाइल आदि का कंप्यूटर का प्रयोग करते हुए ईमेल भेज सके और इंटरनेट आदि का उपयोग कर सके इसके बाद ही इगवर्नेंस सुविधाओं के संबंध में प्रशिक्षित करने का लक्ष्य निर्धारित है।




Body:वीओ 1 - इस प्रशिक्षण से एक चीज देखने को मिल रही है कि महिलाएं और लड़कियां बड़ा ही इंटरेस्ट लेकर इस कार्य को कर रहे हैं और उनका कहना है कि इन प्रशिक्षण से हमें मोबाइल को कितने आसानी से चलाना हैं उसका प्रशिक्षण मिल जा रहा है और हमें बिजली बिल ,आन लाइन खरीदी और हमारी छोटी जरूरत की चीजों को घर बैठे ही इस मोबाइल से पूरा कर ले रहे हैं वहीं कुछ बच्चियों का कहना है कि हम घर पर बैठकर ही अपने गूगल और यू-ट्यूब से जनरल नॉलेज और वैकेंसी के बारे में जानकारी पूरी तरह ले पाते हैं। राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण और स्कूल शिक्षा विभाग के संयोजन में नगरी प्रशासन विभाग द्वारा इसका क्रियान्वयन किया जा रहा है नगरी निकाय के चिन्ह कित सामुदायिक भवनों में दोपहर 11बजे से 1बजे तक और 3 बजे से शाम 5 बजे तक का समय तय किया गया है इस समय वह महिला और बालिकाओं को इसका प्रशिक्षण देते हैं। नगरी क्षेत्र में स्थापित किए जाने वाले इस साक्षरता केंद्र में 25-25 चयनित शिक्षार्थियों को समूह का प्रशिक्षित एजुकेटरो के द्वारा यह विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा शिक्षार्थियों का पंजीयन आधार नंबर के माध्यम से ऑनलाइन किया जाएगा साक्षरता केंद्र में सुचारू क्रियान्वयन के लिए जिला स्तर पर मॉनिटरिंग की व्यवस्था भी है।



Conclusion:वीओ 2 - चयन पहले आओ पहले पाओ की तर्ज पर होगा 168 नगरी निकायों में साक्षरता केंद्र स्थापित किया गया है छत्तीसगढ़ राज्य के 168 नगरी निकायों में इस अक्षता केंद्र स्थापित करने का लक्ष्य है जहां ई शिक्षा से वंचित शहरी क्षेत्रों के 14 से 60 वर्ष आयु वर्ग के लोगों को इससे जोड़कर दक्ष बनाया जाएगा प्रदेश के सभी 27 जिलों में प्रथम चरण में 36 मुख्यमंत्री साक्षरता केंद्र संचालित किए जाने की योजना है जिसे राज्य के 13 नगर निगम 44 नगर पालिका 111 नगर पंचायत मिलाकर कुल 168 नरगी निकायों में संचालित किया जा रहा है इसका उद्देश्य 21वीं सदी में संचार तकनीकी से जनसामान्य को समृद्ध करना और डिजिटल भारत कार्यक्रम को सफल करने में जन जन की भागीदारी सुनिश्चित करना है।

बाइट 1 - मीनाक्षी पांडे पहचान- लाल नीले में डब्बे कलर का ब्लाउज संतरे कलर का साड़ी माथे में बिंदी और सर में सिंदूर भरी हुई महिला।

बाइट 2 - धनेश्वरी साहू, ई एजुकेटेर, ई साक्षरता, महासमुंद पहचान - लाल ब्लाउज पीला लाल साड़ी साड़ी में हरा लाल गुलाब का डिजाइन माथे में टिकली गले में मंगलसूत्र पहनी हुई महिला।

बाइट 3 - रेखा शर्मा जिला प्रीमियम अधिकारी पहचान पीके पीले कलर का शर्ट छठ के जेब में पेन लटका हुआ।

हकीमुद्दीन नासिर रिपोर्टर ईटीवी भारत महासमुंद छत्तीसगढ़ मो. 9826555052
Last Updated : Nov 21, 2019, 12:55 PM IST
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