महासमुंद : एक दिसबंर से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी शुरू हुई, लेकिन 10 दिन के अंदर ही प्रशासनिक तैयारियों की पोल खुल गई. धान उपार्जन केन्द्रों में बारदानों की कमी के कारण धान खरीदी बंद हो गई है. किसान समितियों में ताला जड़ने लगे हैं. हैरत की बात यह है कि आला अधिकारी धान खरीदी बंद होने की किसी भी सूचना से अंजान हैं.
ग्रामीण सेवा सहकारी समिति सम्हर, तेन्दुकोना, पटेवा, खल्लारी में बारदाना नहीं होने के कारण धान खरीदी बंद हो गई है. धान खरीदी बंद होने से किसान परेशान हैं. सम्हर के किसानों ने नोडल अधिकारी सहित पांच लोगों को समिति कार्यालय में ही बंधक बनाकर समिति में ताला जड़ दिया है. किसानों का कहना है कि अव्यवस्था के कारण वे परेशान हैं.
इस पूरे घटनाक्रम पर जिला विपणन अधिकारी का कहना है कि बारदाना पर्याप्त मात्रा में है. जहां बारदाना नहीं होने की सूचना मिल रही है, वहां तत्काल बारदाना भेजा जा रहा है. अब कहीं भी धान खरीदी बंद होने की सूचना नहीं है.
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महासमुंद में धान खरीदी के आंकड़े
- महासमुंद में इस साल 2 लाख 13 हजार हेक्टेयर में धान की खेती की गई है.
- जिले में 1 लाख 40 हजार 19 किसानों ने अपना पंजीयन कराया है.
- 1 दिसबंर से लेकर अभी तक 9 लाख 22 हजार 629 क्विंटल धान की खरीदी की.
- जिले में 138 धान उपार्जन केन्द्रों के माध्यम से धान खरीदी की जा रही है.