महासमुंद: जिले के बागबाहरा ब्लॉक के कोमाखान गांव में नवनिर्मित राजीव सेवा केंद्र में प्राइवेट बैंक खोला गया है, जिसका विरोध ग्रामीण कर रहे हैं. गांववालों का कहना है कि ये बैंक बाहर भी खोला जा सकता था लेकिन सरपंच और सचिव और जिला पंचायत सीईओ की मनमानी के चलते ये राज्य गांधी सेवा केंद्र में खोल दिया गया.
पंचायत भवन ग्राम सभा या इसी प्रकार के दूसरे कार्यक्रमों के लिए बनाया गया था. भवन में बैंक खुलने की वजह से ग्राम सभा खुले में की जा रही है. ग्राम पंचायत कोमाखान में राजीव सेवा केंद्र का निर्माण किया गया, जिसका उद्घाटन पूर्व सांसद चंदूलाल साहू एवं पूर्व विधायक के द्वारा किया गया था. इसका उपयोग पंचायत स्तर पर जन सेवा सुविधा के लिए किया जाना था लेकिन पंचायत के कुछ पदाधिकारियों के द्वारा आपसी मिलीभगत से एक प्राइवेट बैंकों किराए पर दे दिया गया है.
क्या कह रहे हैं जिला पंचायत सीईओ
महासमुंद जिला पंचायत सीईओ रघुवंशी का कहना है कि गांव में बहुत सारे सामुदायिक भवन हैं इसलिए राजीव गांधी सेवा केंद्र को हमने बैंक खोलने के लिए दे दिया है, जिससे ग्रामीणों का काम हो पाएगा. उनका कहना है कि आसपास में एक भी बैंक नहीं है इसलिए बैंक वहां पर खोलना बहुत जरूरी थी.
वहीं गांव के कैलाश जैन का कहना है की गांव में एक भी समुदाय भवन नहीं है और पंचायत भवन भी छोटा है, जिसके कारण राजीव गांधी सेवा केंद्र का निर्माण कराया गया है. इनका कहना है कि इसकी शिकायत तहसीलदार से की है, जिसने बैंक न खोले जाने को लेकर स्टे ऑर्डर भी दिया और दूसरे दिन ही कैंसिल कर दिया गया. इन्होंने बताया कि मामला एसडीएम कोर्ट में लगाया गया है.