महासमुंद: नगर पालिका परिषद के कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों ने नगर पालिका अध्यक्ष प्रकाश चंद्राकर से मिलकर CMO के खिलाफ शिकायत की है. कर्मचारी संघ के लोगों ने जानकारी देते हुए नगर पलिका अध्यक्ष को जानकारी दी की CMO ने कर्मचारियों के लिए अपशब्दों का उपयोग किया है, जिसे लेकर कर्मचारी अब हड़ताल में जाने की तैयारी में थे. लेकिन पालिका अध्यक्ष के समझाने और गुजारिश करने के बाद कर्मचारियों ने हड़ताल करने का फैसला वापस ले लिया.
पालिक अध्यक्ष को सौंपे गए पत्र में कर्मचारियों ने लिखा है कि अप्रैल 2018 से 7वें वेतनमान का लाभ दिया जा रहा है, लेकिन जनवरी 2016 से मार्च 2018 तक कुल 27 महीने का एरियर्स नहीं मिल पाया है. कर्मचारियों ने कहा कि नगर पालिका से सेवानिवृत्त हुए कई कर्मचारियों को 6 से 12 महीने बीत जाने के बाद भी उनकी राशि का भुगतान नहीं किया गया है. साथ ही ग्रेजुएटी और पेंशन की कार्रवाई सेवानिवृत्त होने के एक महीने में करने की मांग की है.
सफाईकर्मियों को सुरक्षा के लिए सामान उपलब्ध कराने की मांग
कर्मचारी संघ ने सफाई व्यवस्था में कार्यरत कर्मचारियों अपशिष्ट के निवारण के लिए वर्दी, गमबूट, दास्ताना और मास्क अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराए जाने की मांग की है. 10 प्रतिशत दिए जाने के साथ इन कर्मचारियों से रोस्टर सिस्टम से काम लिए जाने की मांग रखी है. ऐसे ही हर महीने 7 तारीख तक वेतन का भुगतान, कर्मचारियों का सेवापुस्तिका में समय-समय चरित्रावली लेखन का किया जाना, सेवापुस्तिका की प्रतिलिपि कर्मचारियों को उपलब्ध कराना सहित कई बातों को लेकर चर्चा की गई.
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इस दौरान पालिका अध्यक्ष चंद्राकर ने कर्मचारियों को भरोसा जताते हुए कहा कि 2 महीने के वेतन के लिए राज्य शासन को डिमांड भेजा गया है. दीपावली से पहले सभी का भुगतान किया जाएगा. पालिका अध्यक्ष ने कहा कि कर्मचारी पालिका की रीढ़ की तरह हैं. कर्मचारियों के बिना शहर के मूलभूत सुविधाओं को अंजाम नहीं दिया जा सकता. पालिका अध्यक्ष ने आगे कहा कि वैश्विक महामारी के बीच हड़ताल से आम जनता को परेशानी होगी. उन्होंने कहा कि कुछ समय बाद स्थिति सामान्य हो जाएगी और सारी व्यवस्था को को दूरूस्त कर लिया जाएगा.