महासमुंद: माघ पूर्णिमा के अवसर पर जिले के महानदी तट पर स्थित पुरातत्विक ऐतिहासिक नगरी सिरपुर में 2 दिवसीय (16,17 फरवरी) सिरपुर महोत्सव का रंगारंग आगाज हुआ. जहां कोरोना के कारण 2 साल बाद जिला प्रशासन द्वारा यह आयोजन किया जा रहा है. स्थानीय एवं लोक छाया रायपुर के कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति से देर रात तक समा बांधे (Artists flaunted art in Sirpur Festival in mahasamund) रखा. दो दिवसीय सिरपुर महोत्सव का शुभारंभ संसदीय सचिव एवं विधायक विनोद चंद्राकर ने किया था.
कोरोना के कारण दो दिनों का महोत्सव
इस दौरान कलेक्टर नीलेश कुमार क्षीरसागर, एसपी विवेक शुक्ला, जिला पंचायत सीईओ एस.आलोक और स्थानीय जनप्रतिनिधि मौजूद रहे. 2 साल बाद सिरपुर में होने वाले मेले में दूर-दूर से आने वाले लोगों की भीड़ महानदी तट पर देखते ही बन रही थी. सिरपुर महोत्सव में कला जत्था द्वारा विभिन्न योजनाओं का प्रदर्शन किया गया. सिरपुर महोत्सव के शुभारंभ अवसर पर संसदीय सचिव विनोद चंद्राकर ने माघ पूर्णिमा के अवसर पर सिरपुर में दो दिनों का महोत्सव आयोजित करने के लिए संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का आभार जताया. उन्होंने कहा कि इस बार महोत्सव केवल 2 दिनों का है, लेकिन आने वाले साल में सब कुछ ठीक रहा तो इसे 3 दिनों तक किया जाएगा. सिरपुर को डेवलप करने के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल लगातार प्रयास कर रहे हैं. सिरपुर का कायाकल्प किया जा रहा है, ताकि विश्व धरोहर के मानचित्र में सिरपुर को जोड़ा जा सके.
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कलाकारों ने बिखेरा जलवा
सिरपुर महोत्सव में आनंदिता तिवारी ने एकल कथक नृत्य की शानदार प्रस्तुति दी. लोक छाया रायपुर के कलाकारों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों की एक से बढ़कर एक प्रस्तुति देकर रात तक दर्शकों को तालियां बजाने पर मजबूर कर दिया. स्थानीय कलाकारों में महासमुंद जिले की मुडियाडीह के सत्य के विरासत पंथी नृत्य दल के सदस्यों ने बाबा का संदेश देते हुए आकर्षक पंथी नृत्य की प्रस्तुति दी. कृष्ण बलराम राउत नाचा लहंगर महासमुंद की प्रस्तुति ने लोगों का मनमोह लिया.